
पंजाब में बारिश के बाद अब बाढ़ परेशानियों का सबब बन गया है. पटियाला जिले में एक तरफ घग्गर तो दूसरी तरफ एसवाईएल का पानी किसानों पर कहर बनकर टूटा है. पटियाला जिले के दर्जनों गांव की हजारों एकड़ धान की फसल बर्बाद हो गई है. बारिश का पानी खेतों से होते हुए गांव में लोगों के घरों तक पहुंचने लगा है.
कहा यह जा रहा है कि अगले 48 से 72 घंटों में पानी और भी बढ़ सकता है, क्योंकि हिमाचल के तमाम बांध और नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. लिहाजा सारा पानी पंजाब में ही आएगा.
हिमाचल से लेकर पंजाब तक की सारी नदियां लगभग खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. रावी, सतलुज, ब्यास का पानी नदियों से निकल कर अब किसानों के खेतों में पहुंच गया है. धान की फसल पक कर तैयार है लेकिन बरसात के पानी ने किसान की मेहनत पर पानी फेर दिया है. हजारों एकड़ धान की फसल पानी में डूब चुकी है. हालांकि पंजाब सरकार ने सेना को अलर्ट पर रखा है.
बारिश की आशंका को देखते हुए मंगलवार को सभी स्कूल कॉलेजों को बंद करने का ऐलान किया गया था. मौसम हालांकि साफ हुआ है और बारिश नहीं हुई है लेकिन नदियों का पानी पहाड़ों से सीधा पंजाब में दस्तक दे रहा है.
दूसरी ओर, पोंग डैम, रणजीत सागर डैम और भाखड़ा डैम एकाएक पानी से भर गए हैं. पोंग डैम से पानी छोड़ने के लिए भाखड़ा ब्यास प्रबंधन ने प्रशासन को चिट्ठी लिख दी है. रावी ब्यास नदी से लगते हुए इलाकों को अलर्ट कर दिया गया है. तकरीबन 50 हजार क्यूसेक्स पानी छोड़ा जाएगा जो सीधा पंजाब में पहुंचेगा और लोगों की समस्याएं एकाएक और बढ़ेंगी.