
अजमेर दरगाह के दीवान ने राजसमंद में बेरहमी से हुई अफराजुल की हत्या को तालिबानी क्रूरता बताया है. दरगाह दीवान ने घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि एक सभ्य समाज में ऐसी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. अतिवादी ने जिस तरह जघन्य हत्या कर वीडियो वायरल किया वह तालिबानी आतंकी झलक है.
सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के वंशज और दरगाह दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने कहा कि इस निर्मम हत्या ने इस देश में नफरत का बीज बोने का काम किया है. इस प्रकार का कृत्य धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला है. सरकार को इस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करते हुए एक मिसाल कायम करनी चाहिए. ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हों और समाज में आपसी सौहार्द और भाई चारा बना रहे.
दरगाह दीवान ने कहा कि शंभूलाल ने जिस प्रकार से अफराजुल का कत्ल किया और साथ ही उस पूरी घटना का वीडियो बनाया , वह तालिबानी आतंक से कम नहीं है. उन्होंने कहा कि तालिबानी आतंकी भी इसी तरह निर्दोष लोगों का कत्ल करते हैं और वीडियो बनाकर दहशतगर्दी के लिए वायरल करते हैं. शंभूलाल ने भी उसी तरह तालिबानी आतंकवाद का अनुसरण करते हुए अपने घिनौने कृत्य का वीडियो बनाकर दहशत फैलाने का काम किया है.
जबकि हमारे देश की तहजीब पूरी दुनिया के लिए एक मिसाल है, उसी देश में लोग इतने बेरहम हो रहे हैं. यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है. पूरे समाज और राजनीतिक दलों को इस पर चिंतन करने की आवश्यकता है. यह सोचने की जरूरत है कि हम हमारे देश को किस दिशा में लेकर जा रहे हैं.
बीजेपी के करीबी रहने वाले दीवान अक्सर आतंकी घटनाओं और पाकिस्तान के खिलाफ खुलकर बोलते हैं. उन्होंने समाज के हर जिम्मेदार और सभी धर्मों के संगठन से ऐसे घिनौने घटनाओं की निंदा करने की अपील की है. दीवान ने कहा कि वे हजरत ख्वाजा मोईनुद्दिन हसन चिश्ती ट्रस्ट की तरफ से अफराजुल के परिवार को 51 हजार की सहायता राशि दे रहे हैं.