
सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सूबे के गृह मंत्री को जवाबदेही तय करनी होगी. इस घटना से हम शर्मिंदा हैं और हम जांच के लिए अपनी टीम भेज रहे हैं. घटना में लापरवाही हुई है. इसके खिलाफ जांच होनी चाहिए.
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सचिन पायलट ने अशोक गहलोत का नाम लिए बिना कहा कि राजस्थान के गृह मंत्रालय को आत्म चिंतन करना होगा. पायलट ने कहा कि इस सिस्टम में कमी है. इसमें कोई डिबेट की बात नहीं है कि लापरवाही हुई है या नहीं... लापरवाही हुई है. इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. गृह मंत्रालय को निश्चित रूप से और अधिक कार्रवाई करने की जरूरत है.
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इस मामले में सचिन पायलट पूरे मामले की जांच के लिए तीन लोगों की कमेटी बनाकर नागौर भेज रहे हैं. पायलट ने कहा कि 16 फरवरी की घटना पर 20 फरवरी को मुकदमा दर्ज करना और वह भी आरोपियों की तरफ से पहले पीड़ितों पर मुकदमा दर्ज कर लेना एक गंभीर बात है.
सात आरोपी गिरफ्तार
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले में ट्वीट करते हुए इसे भयावह घटना करार दिया है. सीएम गहलोत ने ट्वीट किया, 'नागौर की भयावह घटना में तत्काल और प्रभावी कार्रवाई की गई है. इसमें सात आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया गया है. किसी को बख्शा नहीं जाएगा. दोषियों को कानून के अनुसार सजा दी जाएगी और हम सुनिश्चित करेंगे कि पीड़ितों को न्याय मिले.'
क्या है मामला?
बता दें कि राजस्थान के नागौर से दिल दहलाने वाली ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जो लोगों को सामाजिक व्यवस्था पर विचार करने के लिए मजबूर कर देती हैं. यहां चोरी के आरोप में दो दलित युवकों को बेरहमी से पीटा गया, प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल दिया गया और स्क्रूड्राइवर का भी इस्तेमाल किया गया.