Advertisement

पनीरसेल्वम बोले- PM मोदी की सलाह पर AIADMK का विलय, क्या BJP को मिला नया साथी?

ओ पनीरसेल्वम ने कहा, 'पीएम मोदी ने कहा कि मुझे पार्टी को बचाना होगा जिसके लिए अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों का विलय करना चाहिए.

एक कार्यक्रम में बोलते हुए पनीरसेल्वम एक कार्यक्रम में बोलते हुए पनीरसेल्वम
केशवानंद धर दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 17 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:29 PM IST

तमिलनाडु के उप-मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने शनिवार को कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर के पलानीस्वामी की अगुवाई वाले अन्नाद्रमुक (AIADMK) में विलय किया था. पनीरसेल्वम ने अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों के विलय के करीब छह महीने बाद यह खुलासा किया है. पन्नीरसेल्वम के इस खुलासे के बाद तमिलनाडु में BJP के नए साथी को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही थीं, उसपर मुहर लगती दिख रही है.

Advertisement

तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुख पूर्व प्रमुख जे जयललिता के निधन के बाद पार्टी दो धड़ों में बंट गई थी, काफी उठा-पटक के बाद दोनों धड़ों में सुलह हुई और फिर विलय के बाद पलानीस्वामी मुख्यमंत्री बने थे जबकि पनीरसेल्वम ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. पनीरसेल्वम को वित्त मंत्रालय और शहरी विकास मंत्रालय सौंपा गया था.

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार बकौल ओ पनीरसेल्वम , 'पीएम मोदी ने कहा कि मुझे पार्टी को बचाना होगा जिसके लिए अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों का विलय करना चाहिए. मैं विलय के लिए राजी तो हो गया, लेकिन मैंने पीएम मोदी से कहा कि मैं कोई मंत्री नहीं बनूंगा. इस पर पीएम मोदी बोले, नहीं नहीं...आप को मंत्री बनना चाहिए और राजनीति को जारी रखना चाहिए.' पनीरसेल्वम थेनी में अन्नाद्रमुक के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे जिसमें उन्होंने यह खुलासा किया.

Advertisement

पनीरसेल्वम के इस बयान से उन अटकलबाजियों की भी पुष्टि होती है जिसमें कहा जा रहा था कि बीजेपी नेताओं के साथ हुई कई दौरों की बातचीत के बाद अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों के बीच विलय को लेकर समझौते को अंतिम रूप दिया जा सका था.

पनीरसेल्वम ने इसके साथ ही कई चौंकाने वाले खुलासे भी किए हैं. उनका दावा था कि AIADMK की पूर्व प्रमुख जयललिता की मुत्यु के बाद उन्हें कई तरह के उत्पीड़न से गुजरना पड़ा था. उन्होंने कहा, 'मुझे कई समस्याओं का सामना करना पड़ा, इतना उत्पीड़ित होना पड़ा जिसकी कोई सीमा नहीं है. मेरी जगह कोई और होता तो उसने सुसाइड कर लिया होता. मुझे यह सब कुछ अम्मा की वजह से सहना पड़ा, बर्दाश्त करना पड़ा.' बता दें कि जयललिता अपने समर्थकों के बीच अम्मा के रूप में जानी जाती थीं.  

पिछले साल फरवरी में तमिलनाडु के पूर्व सीएम पनीरसेल्वम ने पार्टी में बगावत कर दी थी और पार्टी के एक धड़े के साथ अलग हो गए थे. उनका दावा था कि उन्हें मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया जा रहा था. बगावत के बाद पार्टी की महासचिव वीके शशिकला ने उन्हें AIADMK के कोषाध्यक्ष पद से निलंबित कर दिया था.

राजनीतिक रूप से काफी उठा-पटक के बाद AIADMK के दोनों धड़ों का पिछले साल अगस्त में विलय हो गया था. शशिकला के भ्रष्टाचार के एक मामले में जेल जाने के बाद पार्टी के दोनों धड़ों में समझौता हो पाया था.

Advertisement

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement