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किश्चियन मिशेल की दुबई में हुई थी गिरफ्तारी, बदलता रहा है बयान

मिशेल को दुबई से भारत प्रत्यर्पित करने की तैयारी है. भारत की जांच एजेंसियां अगस्ता वेस्टलैंड मामले में सघन पूछताछ कर मामले पर से पर्दा उठाना चाहती हैं लेकिन मिशेल जिस प्रकार के आरोप मढ़ता रहा है, उससे यह केस और पेचीदा बन गया है.

क्रिश्चियन मिशेल क्रिश्चियन मिशेल
रविकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 19 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 11:33 AM IST

दुबई की एक अदालत अगस्ता वेस्टलैंड सौदे के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को भारत प्रत्यर्पित करने पर विचार कर रही है. इस मामले में दुबई कोर्ट में सुनवाई हुई.

इंडिया टुडे के हाथ लगे सूत्रों के मुताबिक सुनवाई के दौरान दुबई कोर्ट ने क्रिश्चियन मिशेल के बचाव के तर्कों को नामंजूर कर दिया. अब उसे भारतीय जांच एजेंसियों के हवाले किए जाने की संभावना बढ़ गई है.

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क्रिश्चियन मिशेल का एजेंसियों पर आरोप

दुबई में गिरफ्तार होने के बाद मिशेल जमानत पर छूट गया था. मिशेल ने इंडिया टुडे से बातचीत में खुलासा किया था कि उन्हें 'फैमिली' और 'AP' का मतलब 'गांधी फैमिली' और राज्यसभा सांसद 'अहमद पटेल' बताने के लिए कहा गया था. इतना ही नहीं भारतीय जांच अधिकारियों पर मिशेल ने झूठे कबूलनामे पर दस्तखत लेने की कोशिश का भी आरोप लगाया.

सीबीआई अधिकारियों से मुलाकात पर क्रिश्चियन मिशेल ने कहा था कि वह भारतीय अधिकारियों से तीन बार मिला है और होटल की सीसीटीवी फुटेज से ऐसा साबित भी कर सकता है. सीबीआई पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए मिशेल ने अपनी मीटिंग के 6 गवाह होने का भी दावा किया. बता दें कि इससे पहले जब मिशेल के वकील ने इस डील में सोनिया गांधी का नाम घसीटने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया था तब सीबीआई की तरफ से मिशेल से कभी न मिलने की सफाई दी गई थी.

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मिशेल के वकील ने दावा किया था कि भारतीय जांच टीम के सदस्यों ने उनपर यह कबूलने के लिए भी दबाव बनाया कि वह हेलिकॉप्टर डील के वक्त सोनिया गांधी को व्यक्तिगत तौर पर जानते थे. बता दें कि क्रिश्चियन मिशेल पर अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील में कथित रिश्वतखोरी में अहम भूमिका निभाने का आरोप है.

डायरी में कई लोगों के नाम

क्रिश्चियन मिशेल की एक डायरी मिली थी जिसमें घूसखोरी के विवरण से पता चला कि मिशेल ने भारतीय वायु सेना के चार अधिकारियों को कुल मिलाकर 60 लाख यूरो की घूस दी थी. यही नहीं, तत्कालीन रक्षा मंत्री ए के एंटनी के मंत्रालय के कई अधिकारियों को भी घूस दी गई. विवरण के अनुसार रक्षा मंत्रालय के कम से कम छह वरिष्ठ अधिकारियों को 84 लाख यूरो की भारी-भरकम रकम दी गई. सबसे अहम बात यह है कि राजनेताओं को दी जाने वाली भारी-भरकम रकम का ब्योरा भी डायरी के नोट्स में दिया गया है. 'एपी' जैसे रहस्यमय शॉर्टनेम वाले राजनीतिज्ञ और इसी तरह एक 'फैमिली' को 1.5 से 1.6 करोड़ यूरो तक देने का जिक्र है.

क्या है पूरा मामला

फरवरी 2017 में अगस्ता वेस्टलैंड के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को दुबई में गिरफ्तार कर लिया गया था. मिशेल के वकील ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) उनके मुवक्किल पर दबाव बना रही है. सीबीआई ने इन आरोपों से साफ इनकार किया था. सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने उसी साल जून में कहा था कि जांच एजेंसी ने मिशेल को अपना गुनाह कबूलने के लिए कभी प्रभावित करने की कोशिश नहीं की.

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अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी से भारत ने वीवीआईपी हेलिकॉप्टर खरीदने की डील की थी जिसमें बड़ी रिश्वतखोरी का पर्दाफाश हुआ था. डील के तहत 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की सप्लाई होनी थी, जो रिश्वतखोरी के पर्दाफाश के बाद 1 जनवरी 2014 को रद्द कर दी गई. पिछले साल इस केस में सीबीआई की ओर से आरोपपत्र दायर किया गया. उसमें पूर्व वायुसेना प्रमुख एस पी त्यागी को आरोपी बनाया गया. जांच एजेंसी ने 18 जुलाई को दिल्ली की अदालत में पूरक आरोपपत्र दायर किया था और अगस्ता वेस्टलैंड और फिनमेकेनिका के पूर्व निदेशकों गिउसेप्पे ओर्सी और ब्रूनो स्पैग्नोलिनी और पूर्व वायुसेना प्रमुख एस पी त्यागी पर वीवीआईपी हेलीकॉप्टर रिश्वत मामले में मनीलॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया.

चार्जशीट में कहा गया है कि ट्यूनीशिया, मॉरीशस, भारत, सिंगापुर, स्विट्जरलैंड, दुबई जैसी जगहों पर स्थित अलग-अलग कंपनियों के जरिए मनीलॉन्ड्रिंग की गई.

क्रिश्चियन मिशेल के लिए डील

अगस्ता वेस्टलैंड केस में दुबई के शासक मोहम्मद बिन राशिद की बेटी प्रिंसेज शेख लतीफा-अल मकतूम की पैरवी कर रही वकील ने आरोप लगाया था कि  हेलीकॉप्टर सौदे के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के एवज में भारत ने शेख लतीफा को दुबई वापस भेजा.

दरअसल, यूएई के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन राशिद की बेटी शेख लतीफा फरार हो गई थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह दुबई छोड़कर अमेरिका में शरण लेना चाहती थी. इसके लिए 32 साल की लतीफा अपनी एक दोस्त टीना के साथ दुबई से ओमान गई. इसी क्रम में वह बोट के जरिए भारतीय समुद्री सीमा के आसपास देखी गईं.

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दावा है कि यहां से भारतीय एजेंसियों ने शेख लतीफा को हिरासत में ले लिया और दुबई की अपील पर लतीफा की मर्जी के खिलाफ उसे दुबई वापस भेज दिया. अब दुबई में शेख लतीफा की पैरवी कर रहीं राधा स्टर्लिंग ने दावा किया है कि भारत सरकार ने दुबई से क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण को लेकर डील की और इसी के तहत शेख लतीफा को वापस दुबई भेजा गया.

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