
सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अयोध्या के रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर ऐतिहासिक फैसला दिया. इस फैसले के मद्देनज़र देश के कई बड़े शहरों में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया था, सोशल मीडिया पर नज़र रखी जा रही थी. उत्तर प्रदेश की पुलिस ने शनिवार को सोशल मीडिया पर निगरानी के दौरान 3712 पोस्ट को हटवाया, जिन्हें सही नहीं माना गया था.
उत्तर प्रदेश पुलिस के लॉ एंड ऑर्डर एडीजी पी.वी. रमाशास्त्री ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि फैसले के बाद प्रदेश में स्थिति पूरी तरह से सामान्य है. शनिवार को उत्तर प्रदेश में कुल 12 मुकदमे दर्ज किए गए, जिसमें 37 लोग गिरफ्तार किए गए.
अयोध्या फैसले के तहत यूपी पुलिस ने लिया ये एक्शन…
- कुल 12 मुकदमे दर्ज किए गए.
- 37 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
- सोशल मीडिया पर 3712 पोस्ट पर एक्शन लिया गया.
- 2426 पोस्ट ट्विटर पर, 865 फेसबुक और 69 वीडियो के खिलाफ कार्रवाई की गई.
एडीजी ने बताया कि अभी भी लोगों पर और सोशल मीडिया पर नज़र रखी जा रही है. ये बड़ी चुनौती है, लेकिन यूपी पुलिस इसके लिए तैयार है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शनिवार को 112 (इमरजेंसी नंबर) के दफ्तर का दौरा किया था और प्रदेश में किस तरह निगरानी रखी जा रही थी, उसके बारे में जानकारी ली.
बता दें कि शनिवार को फैसला सुनाने से पहले चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने उत्तर प्रदेश पुलिस और सरकार के अधिकारियों से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था, तैयारियों के बारे में पूछा और उसके बाद ही फैसले की तारीख फाइनल हुई.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में अयोध्या की विवादित जमीन का हक रामलला विराजमान को दिया है, जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन सौंपी जाएगी.