
पुलिस ने पश्चिम बंगाल में बच्चों की तस्करी के आरोप में बीजेपी महिला मोर्चा की एक शीर्ष नेता को गिरफ्तार किया है. राज्य के क्रिमिनल इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी) ने पश्चिम बंगाल में बीजेपी की महिला विंग की महासचिव जूही चौधरी को भारत-नेपाल बॉर्डर से मंगलवार रात को गिरफ्तार किया.
बता दें कि जूही चौधरी का नाम जब से इस मामले में सामने आया था वो भूमिगत थी. पुलिस ने मोबाइल फोन टॉवर से उत्तरी बंगाल में जूही की बतासिया इलाके में लोकेशन ट्रेस की. ये इलाका भारत-नेपाल बार्डर के पास स्थित है. जूही चौधरी को जलपाईगुड़ी जिले में लाया जा रहा है. जूही को बुधवार को ही डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में पेश किया जाएगा.
जलपाईगुड़ी स्थित बच्चों को गोद लेने वाला एक केंद्र 'बिमला शिशु गृहो' पुलिस की जांच के घेरे मे आया था. इसी सिलसिले में जूही चौधरी की गिरफ्तारी हुई. बच्चों की तस्करी के गैंग का बीते हफ्ते पर्दाफाश हुआ था तब सीआईडी ने चांदना चक्रवर्ती को गिरफ्तार किया था. चांदना चक्रवर्ती उस एनजीओ की चेयरपर्सन है जो 'बिमला शिशु गृहो' को संचालित करता है. केंद्र की अधिकारी सोनाली मंडल और चांदना के भाई मानस भौमिक को भी कम से कम 17 बच्चों को कथित तौर पर बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
हालांकि इस केस ने तब नया मोड़ ले लिया जब अनाथालय की मालकिन चांदना चक्रवर्ती ने बंगाल की बीजेपी नेता जूही चौधरी पर अनाथालय की गतिविधियों से जुड़ी होने का आरोप लगाया. मंगलवार को चांदना चक्रवर्ती ने दावा किया कि वो अनाथालय को चलाने में कोई अड़चन ना हो इसके लिए जूही चौधरी की मदद लेती रही है. चांदना चक्रवर्ती के मुताबिक जूही चौधरी ने इस सिलसिले में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय और पश्चिम बंगाल महिला मोर्चा की अध्यक्ष रूपा गांगुली से भी बात की थी.
हालांकि, पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने ऐसे सभी आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते हुए खारिज कर दिया. घोष ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में जो लोग होते हैं वो कई तरह के सामाजिक कार्यों का समर्थन करते हैं. ये मुमिकन नहीं होता कि जो एनजीओ समर्थन चाहता है उसकी पृष्ठभूमि की जांच स्वतंत्र रूप से कराई जा सके.