
टैक्स हैवेन देशों में दुनिया का छह से सात खरब डॉलर काला धन मौजूद है. इसमें भारतीयों का शेयर करीब 152-181 अरब डॉलर यानी करीब 9 से 11 लाख करोड़ रुपये है. यह दावा बैंक ऑफ इटली ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ये काला धन शेयरों, कर्ज और बैंक डिपॉजिट के जरिए जमा किया गया है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इसके अलावा रियल एस्टेस, सोना और अन्य चीजों की खरीदारी में जो पैसा इनवेस्ट किया गया है, उसके आंकड़े जुटाना संभव नहीं है.
विश्व स्तर पर काले धन का आंकड़ा 7.6 खरब डॉलर
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के गैब्रिएल जकमैन ने विश्व स्तर पर काले धन का आंकड़ा 7.6 खरब डॉलर बताया. जबकि, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप ने 8.9 खरब डॉलर और टैक्स जस्टिस नेटवर्क ने यह आंकड़ा 21 खरब डॉलर बताया.
खाता धारकों की पहचान छुपाते हैं बैंक
टैक्स हैवेन देश वो हैं जहां टैक्स बचाने को लेकर पारदर्शी सिस्टम अब तक नहीं बना है. जिन देशों में यह काला धन मौजूद है वहां का कानून इतना सख्त नहीं है कि उस पर रोक लगाई जा सके. जबकि यहां अकाउंट की गोपनीयता पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है और खाता धारकों की पहचान तक छुपाई जाती है.
ये रिपोर्ट आईएमफ और बैंक ऑफ इंटरनेशनल सैटलमेंट्स (BIS) के दिए आंकड़ों के आधार पर तैयार की गई है.
बैंक ने भारतीयों के संबंध में नहीं दी जानकारी
'द टाइम्स ऑफ इंडिया' को मुताबिक, भारतीयों की ओर से जमा किए गए काले धन के बारे में जब जानकारी मांगी गई तो बैंक ने कुछ खास नहीं बताया. रिपोर्ट तैयार वाली टीम के मुताबिक, 2013 में दुनिया की जीडीपी में भारत का शेयर 2.5 फीसदी था और टैक्स हैवेन देशों में मौजूद काला धन भी इतना ही है. इस लिहाज से अगर देखा जाए तो वर्तमान में काले धन का यह आंकड़ा 8.9 से 10.5 लाख करोड़ रुपये के करीब है.