
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कर्नाटक में अपनी सरकार गिर जाने पर सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने इस दौरान कर्नाटक की जनता का आभार जताया. शाह ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के आशीर्वाद से बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनी है.
अमित शाह ने कहा कि हमारी पार्टी पिछले चुनाव की 40 सीटों के मुकाबले इस बार 104 सीटें जीत कर आई है. उन्होंने कहा कि 5 साल की कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार, कुशासन और तुष्टिकरण की नीतियों को उजाकर करना ही हमारी पार्टी का मकसद रहा. कर्नाटक में किसानों की आत्महत्या, कमजोर कानून व्यवस्था भी विफल सरकार की परिचायक बनी है.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने केंद्र की ओर से कर्नाटक की हर संभव मदद की है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद इस बार की केंद्र सरकार ने सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट कर्नाटक को दिए हैं. उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता ने हमें कांग्रेस के खिलाफ जनादेश दिया है और जेडीएस भी सिर्फ अपनी परंपरागत सीटों पर ही चुनाव जीत पाई है.
सबसे बड़ी पार्टी होने पर किया दावा
पूर्ण बहुमत न होने पर भी सरकार बनाने के दावे पर अमित शाह ने कहा कि ऐसी स्थिति में सबसे बड़े दल होने के नाते बीजेपी को ही सबसे पहले सरकार बनाने का अधिकार है. इसी वजह से हमने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था और इसमें कुछ भी गलत नहीं है, क्योंकि अगर ऐसा न करते तो दोबारा चुनाव कराने की नौबत आती.
जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि परिणाम से साफ है कि राज्य की जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है और कांग्रेस को हराने वाले दल बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी बनाया है. बीजेपी कई सीटों पर तो नोटा से भी कम अंतर से हारी है और जनता ने हमें बहुमत देने की पूरी कोशिश की.
विपक्ष के जश्न पर अमित शाह ने कहा कि कर्नाटक की जनता जश्न नहीं बना रही है बल्कि कांग्रेस-जेडीएस जश्न बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को चुनाव से पहले ही अंदेशा था कि वो चुनाव हारने जा रहे हैं. शाह ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव प्रचार में सारी मर्यादाओं को तोड़ने का काम किया है. साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष ने खुद झूठा प्रचार किया है.
अमित शाह ने कहा कि यह एक अपवित्र गठबंधन है. जनादेश के खिलाफ जाकर कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन दिया है और जनादेश के खिलाफ जाकर ही जेडीएस ने समर्थन लिया है. उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों के नेता चुनाव से पहले एक-दूसरे को बारे में न जाने क्या-क्या कहा करते थे.
संस्थाओं के लिए जगा कांग्रेस का भरोसा
कांग्रेस पर हमला करते हुए अमित शाह ने कहा कि इस चुनाव के बाद सबसे अच्छी बात यह रही है कि अब कांग्रेस के मन में लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति आस्था बढ़ गई है. अब कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट से लेकर चुनाव आयोग के सम्मान की बात करने लगी है. हम चाहते हैं कि हारने पर भी कांग्रेस अपना यही रवैया बरकरार रखेगी, ऐसी उम्मीद है.
विपक्षी एकता पर निशाना
जेडीएस-कांग्रेस गंठबंधन के बहाने विपक्षी एकता पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि यह लोग अपने-अपने राज्यों में 2014 का चुनाव भी बीजेपी के खिलाफ ही लड़े थे फिर भी नतीजे हमारे पक्ष में आए. आगे 2019 के चुनाव में भी नतीजे हमारे पक्ष में ही आएंगे. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मध्य प्रदेश में सपा के लिए क्या कर लेंगे और राहुल गांधी पश्चिम बंगाल में कांग्रेस के लिए क्या कर सकते हैं.