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आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह राज्य में क्षेत्रीय आंदोलन तथा अशांति को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने यह भी कहा है कि एनडीए में बीजेपी सिर्फ कमजोर साथियों को रखना चाहती है.
इकोनॉमिक टाइम्स अखबार को दिए इंटरव्यू में तेलुगू देशम पार्टी (TDP) नेता एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि बीजेपी अपने राजनीतिक फायदों के लिए आंध्र प्रदेश के साथ अन्याय कर रही है और राज्य को विशेष दर्जा देने के वायदे को पूरा न कर आंध्र की जनता को सजा दे रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी यह समझ नहीं पा रही कि आंध्र प्रदेश के विकास को नुकसान पहुंचा कर वह भारत के विकास को भी बाधित कर रही है.
गौरतलब है कि चंद्रबाबू नायडू दो दिन के दिल्ली दौरे पर हैं. उनके दिल्ली दौरे का एजेंडा क्या है, इस बारे में सवाल पर उन्होंने कहा, 'मेरा एजेंडा आंध्र के साथ होने वाले अन्याय को देश के सामने लाना, केंद्र सरकार पर दबाव बनाना और अन्य क्षेत्रीय दलों का समर्थन जुटाना है. मैं दूसरे दलों के नेताओं से आग्रह करूंगा कि वे हमारा साथ देते हुए संसद में इस मसले को उठाएं.'
क्या वह केंद्र में किसी तीसरे मोर्चे के बनने का समर्थन करेंगे, इस सवाल पर चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'फिलहाल तो मेरी प्राथमिकता आंध्र का हित है. टीडीपी का हमेशा यह मानना रहा है कि क्षेत्रीय नेतृत्व लोगों के ज्यादा नजदीक होता है और इसलिए यह सहकारी संघवाद की पृष्ठभूमि में क्षेत्रीय दलों को मजबूत करने में मदद करता रहेगा.'
बीजेपी से रिश्ते खराब होने की क्या वजह रही, क्या बीजेपी ने आंध्र में 10 लोकसभा और 50 विधानसभा सीटों की मांग की थी, इसके जवाब में नायडू ने कहा, 'बीजेपी ने ऐसी कोई मांग नहीं की थी. ऐसी कोई मांग होती तो मैं इसे खारिज कर देता. न तो बीजेपी आंध्र प्रदेश में इतनी मजबूत है और न ही मेरी लोकप्रियता इतनी कम हुई है. हमने आंध्र प्रदेश के हित को देखते हुए ही साल 2014 में बीजेपी के साथ साझेदारी की थी. बीजेपी के साथ हमारे रिश्ते खराब होने की वजह यह है कि उसे वाईएसआर कांग्रेस जैसे कमजोर साथी पसंद हैं, जो भ्रष्टाचार के मामले का सामना कर रहे हैं और जिन पर नियंत्रण हासिल करना आसान है.
उन्होंने कहा, 'बीजेपी ने एक साल के भीतर एकतरफा तरीके से तेलगांना में गठबंधन तोड़ लिया, इसके बावजूद हमने आंध्र में रिश्ता जारी रखा. हमने चार साल इस उम्मीद में काटे कि बीजेपी राज्य के बारे में अपने वादे को पूरा करेगी, इसके बाद हमने एनडीए छोड़ा.'
उन्होंने आरोप लगाया कि आंध्र में बीजेपी अशांति को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा, 'जब मैंने आंध्र के हितों की रक्षा के लिए आवाज उठाई, तो बीजेपी ने रायलसीमा में क्षेत्रीय आंदोलन को उकसाना शुरू कर दिया. एक क्षेत्रीय पार्टी होने के बावजूद हम ज्यादा राष्ट्रीय रवैया रखते हैं, जबकि एक राष्ट्रीय पार्टी होने के बावजूद बीजेपी क्षेत्रवादी आंदोलनों का सहारा ले रही है.'