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अखलाक और पहलू खान के परिवार के साथ राजनाथ सिंह से मिलीं वृंदा करात

वृंदा करात ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों ही एक दल के हैं. गोरक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं के नाम पर वृंदा करात ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से पूछा कि गोरक्षा नहीं इंसानियत का डिस्ट्रक्शन है.

वृंदा करात वृंदा करात
आशुतोष मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 04 जुलाई 2017,
  • अपडेटेड 6:16 PM IST

गोरक्षा के नाम पर देश के अलग-अलग कोनों में हो रही हत्याओं को लेकर सीपीएम नेता वृंदा करात ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मंगलवार को दिल्ली में मुलाकात की. मुलाकात के बाद वृंदा करात ने कहा कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ न सिर्फ कार्रवाई की जाएगी बल्कि सरकार गोरक्षा के नाम पर लोगों की हत्या करने वालों के खिलाफ है.

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वृंदा करात दादरी पीड़ित अखलाक के बेटे दानिश और अलवर में गौरक्षकों का शिकार बने पहलू खान के परिवार के साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलीं. लगभग आधे घंटे चली इस मुलाकात के बाद वृंदा करात ने 'आज तक' से बातचीत में कहा, "गृह मंत्री जी ने कहा कि अपनी तरफ से गृहमंत्री होने के नाते वह राज्य सरकारों से बात करके जो हम लोगों की मांग है उसके बारे में कदम उठाएंगे लेकिन हकीकत यह है कि प्रदेश सरकार तो किसी भी तरीके से थोड़ी सी भी संवेदनशीलता नहीं दिखा रही है. मोहम्मद अखलाक के परिवार के सामने यह चुनौती है कि एक तो उनके ऊपर जो झूठा मुकदमा लगाया हुआ है अभी तक कोर्ट में 2 साल के बाद भी चार्जेज फ्रेम नहीं हुए हैं और अभी पहलू खान के केस में उनके परिवार को मुआवजा भी नहीं दिया गया. मुआवजा तो दूर अभी उन्हीं के परिवार के ऊपर दोबारा केस लगा दिया गया है. इस प्रकार के कुल 5 केस को लेकर हम लोग यहां आए हैं."

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वृंदा करात ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार दोनों ही एक दल के हैं. गोरक्षा के नाम पर हो रही हत्याओं के नाम पर वृंदा करात ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से पूछा कि गोरक्षा नहीं इंसानियत का डिस्ट्रक्शन है. जिसके जवाब में वृंदा करात के मुताबिक गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वह इसका समर्थन नहीं करते और इसका खंडन करते हैं.

वृंदा करात ने कहा कि जब तक ऐसी घटनाओं का खंडन कार्यवाही करके ना हो तब तक बात नहीं बनेगी. पहलू खान के बेटे मुबारक ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करने के बाद कहा, "हमने दरखास्त की कि हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई है ना ही सरकार का कोई आदमी मिलने को आया है."

दादरी में मारे गए अखलाक के बेटे दानिश ने राजनाथ सिंह से मुलाकात करने के बाद 'आज तक' से कहा, "आज भी वह घटना आंखों के सामने आ जाती है. मैं आज पहली बार गृहमंत्री से मिला हूं मुझे बेहद खुशी है. इस पूरे मामले को और पूरे केस को लेकर मुझे अभी तक दुख होता है और मुझे इस बात का भी दुख है कि आरोपियों की जमानत हो चुकी है और 2 साल में अभी तक उन पर चार्ज ही नहीं हो पाए हैं. इसलिए मैं कभी घर के बाहर अकेले नहीं निकलता. जब यह घटना हुई तब मैं प्रतियोगिता की तैयारी कर रहा था लेकिन अब मेरी पढ़ाई पर बहुत बुरा असर पड़ा है. गृहमंत्री ने मुझसे कहा है कि वे सरकार से बात करेंगे और मुझे उम्मीद है कि वह कुछ करेंगे."

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