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नेशनल हेराल्ड केस में चार्जशीट दायर, CBI ने कांग्रेस नेता वोरा-हुड्डा को बनाया आरोपी

आरोपपत्र में सीबीआई ने कहा है कि एजेएल को 1982 में पंचकूला में जमीन का एक टुकड़ा आवंटित किया गया था जिस पर 1992 तक कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ. हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (HUDA) ने इसके बाद उस जमीन के टुकड़े को वापस अपने कब्जे में ले लिया.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा (बीच में) और अहमद पटेल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा (बीच में) और अहमद पटेल
पन्ना लाल
  • नई दिल्ली,
  • 01 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 3:24 PM IST

हरियाणा के पंचकूला में जमीन के एक प्लॉट को दोबारा एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को देने के मामले में सीबीआई ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा के खिलाफ शनिवार को आरोप पत्र दायर किया. एजेएल पर कथित तौर पर कांग्रेस के नेताओं का नियंत्रण है.

केंद्रीय एजेंसी ने एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया. सीबीआई का आरोप है कि सी-17 नाम के जमीन के टुकड़े को दोबारा आवंटित करने की वजह से राजकोष को 67 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा.

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एजेंसी ने हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री हुड्डा और एजेएल के अध्यक्ष मोतीलाल वोरा और कंपनी पर भारतीय दंड संहिता की आपराधिक षडयंत्र से संबंधित धाराओं और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं. बता दें कि जब यह सौदा हुआ था उस समय भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी के अध्यक्ष भी थे.

आरोपपत्र में सीबीआई ने कहा है कि एजेएल को 1982 में पंचकूला में जमीन का एक टुकड़ा आवंटित किया गया था जिस पर 1992 तक कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ. हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (HUDA) ने इसके बाद उस जमीन के टुकड़े को वापस अपने कब्जे में ले लिया.

आरोप पत्र में कहा गया है कि दोबारा यही जमीन एजेएल को 2005 में उसी दर पर फिर दे दी गई. यह हूडा के अध्यक्ष हुड्डा द्वारा नियमों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन था.

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एजेएल पर कांग्रेस के नेताओं का कथित तौर पर नियंत्रण है, जिसमें गांधी परिवार भी शामिल है. यह एजेएल समूह नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र का प्रकाशन भी करता है.

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