
कश्मीर दौरे पर गए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर और सीआरपीएफ के डीजी आरआर भटनागर दिल्ली वापस आकर आज ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को अपनी-अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. उसके बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह एक बड़ी बैठक कर आने वाले दिनों में अमरनाथ यात्रा को लेकर और भी गाइडलाइन जारी कर सकते हैं.
अमरनाथ यात्रा कर रहे यात्रियों की बस पर हुए हमले के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को दिल्ली में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी. वहीं दूसरी तरफ, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर को श्रीनगर भेजकर यात्रा मार्ग की सुरक्षा का जायजा लेने के लिए कहा. हंसराज अहीर के साथ पीएमओ में राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह भी श्रीनगर पहुंचे थे. CRPF डीजी आर आर भटनागर को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने अलग से भेजकर अमरनाथ यात्रा मार्ग की सुरक्षा और पुख्ता और हाईटेक करने के निर्देश के लिए थे. आर आर भटनागर ने यात्रा मार्ग के उन तमाम बिंदुओं पर सीआरपीएफ के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर हाईटेक सिक्योरिटी जैसे ड्रोन और सीसीटीवी कैमरा पर और ज्यादा निगरानी करने की बात कही है.
आपको बता दें कि जिन आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा पर हमला किया था, उनको जिंदा या मुर्दा पकड़ने का अभियान सुरक्षा एजेंसियों की तरफ से चल चुका है. श्रद्धालुओं पर हुए हमले के बाद चलाए गए अभियान में सुरक्षा बलों के जवान आतंकियों के ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं. श्रीनगर से सटे विभिन्न हिस्सों में भी सुरक्षाबलों ने तलाशी ली है, यात्रा मार्ग के पहाड़ों और जंगली इलाकों में सेना और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों द्वारा खोजी कुत्तों की सहायता से तलाशी ली जा रही है.
अमरनाथ यात्रा की बस पर हमले के बाद हाईवे पर सुरक्षा बलों की तैनाती की समय अवधि को बढ़ा दिया गया है. शाम 5 बजे के बाद श्रद्धालुओं का कोई भी वाहन दक्षिण कश्मीर में अमीर बाजार से आगे यात्रा मार्ग की तरफ नहीं भेजा जाएगा. यही नहीं यात्रा मार्ग पर स्थित सभी संवेदनशील इलाकों में इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के साथ-साथ ह्यूमन इंटेलिजेंस नेटवर्क को बढ़ाया गया है. सूत्रों ने बताया है कि श्रद्धालुओं पर हमले की साजिश रचने के बारे में खुफिया एजेंसियों ने पिछले महीने ही अलर्ट जारी कर दिया था. इसके आधार पर सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव भी किए गए थे. पर अब ऐसी घटना आतंकी दुबारा अंजाम न दे सकें, इसके लिए आने वाले दिनों में नई रणनीति देखने को मिल सकती है.