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वीडियोकॉन कर्ज विवाद के बाद राष्ट्रपति के कार्यक्रम से हटाया गया चंदा कोचर का नाम

फिक्की के मुताबिक 5 अप्रैल को होने वाले इस कार्यक्रम में आईसीआईसीआई की सीईओ चंदा कोचर गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर शरीक होने जा रही थीं.

चंदा कोचर चंदा कोचर
रणविजय सिंह/राहुल मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 03 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 9:10 PM IST

आईसीआईसीआई बैंक द्वारा वीडियोकॉन ग्रुप को लोन देने के मामले से विवादों में आई बैंक सीईओ चंदा कोचर इस हफ्ते होने वाले फिक्की महिला संगठन के वार्षिक कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी. फिक्की के मुताबिक इस वार्षिक कार्यक्रम में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को चंदा कोचर का अभिनंदन करना था.

फिक्की के मुताबिक 5 अप्रैल को होने वाले इस कार्यक्रम में आईसीआईसीआई की सीईओ चंदा कोचर गेस्ट ऑफ ऑनर के तौर पर शरीक होने जा रही थीं. इस कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी थीं और कार्यक्रम के लिए तैयार सभी दस्तावेजों में चंदा कोचर का नाम प्रमुखता के साथ दिया गया था.

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अब वीडियोकॉन विवाद के चलते जब चंदा कोचर ने कार्यक्रम में शामिल होने में अपनी असमर्थता जाहिर की है तो फिक्की को आनन फानन में कार्यक्रम का नया शिड्यूल तैयार करना पड़ा जिसमें चंदा कोचर का नाम शामिल नहीं किया गया है.

गौरतलब है कि फिक्की का महिला संगठन इस इंडस्ट्री संगठन का अहम हिस्सा है. वहीं सीबीआई भी आईसीआईसीआई बैंक द्वारा वीडियोकॉन समूह को दिए गए कर्ज की जांच कर रही है. बैंक ने 2012 में वीडियोकॉन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज दिया था. इस कर्ज के बाद वीडियोकॉन के चेयरमैन वेनूगोपाल धूत ने 64 करोड़ रुपये का निवेश चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी नू पॉवर रिन्यूएबल में किया था.

सीबीआई इसी मामले में जांच कर रही है कि क्या धूत की तरफ से यह निवेश बैंक से लिए गए कर्ज के एवज में किया गया है. यदि यह आरोप सही पाया जाता है तो माना जा रहा है कि इस जांच की दिशा चंदा कोचर की तरफ मुड़ जाएगी और उनकी प्रतिष्ठा पूरी तरह से धूमिल हो जाएगी.

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