Advertisement

भारत की दो टूक, चीन की कार्रवाई सुरक्षा के लिहाज से गंभीर

भारत ने शुक्रवार को कहा कि उसने चीन से कहा है कि चीनी सैनिकों द्वारा सीमा क्षेत्र में सड़क का निर्माण बीजिंग की सुरक्षा के निहितार्थ गंभीर है और बीजिंग से आग्रह किया है कि वह यथास्थिति में एकतरफा बदलाव नहीं करे.

भारत-चीन भारत-चीन
अमित कुमार दुबे/IANS
  • नई दिल्ली,
  • 30 जून 2017,
  • अपडेटेड 10:08 PM IST

भारत ने शुक्रवार को कहा कि उसने चीन से कहा है कि चीनी सैनिकों द्वारा सीमा क्षेत्र में सड़क का निर्माण बीजिंग की सुरक्षा के निहितार्थ गंभीर है और बीजिंग से आग्रह किया है कि वह यथास्थिति में एकतरफा बदलाव नहीं करे. विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, चीनी की हालिया कार्रवाई को लेकर भारत बेहद चिंतित है और चीनी सरकार को अवगत करा दिया गया है कि इस तरह का निर्माण यथास्थिति में अहम बदलाव दर्शाएगा, जो भारत की सुरक्षा के निहितार्थ गंभीर है.

Advertisement

बयान के मुताबिक, भारत ने इस बात को रेखांकित किया है कि नई दिल्ली तथा बीजिंग ने साल 2012 में एक समझौता किया था कि जहां पर भारत, चीन तथा तीसरे देश की सीमा (ट्राइजंक्शन) मिलती है, उससे संबंधित मुद्दे का निपटारा संबंधित देशों के परामर्श से किया जाएगा.

भारत ने बयान में कहा, "ट्राइजंक्शन पर किसी भी तरह का एकतरफा फैसला समझौते का उल्लंघन है. बयान के मुताबिक, जहां तक सिक्किम क्षेत्र की सीमा की बात है, तो भारत तथा चीन ने 2012 में एक और समझौता किया था, जिसमें सीमांकन को लेकर परस्पर सहमति को दोहराया गया था.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह आवश्यक है कि सभी संबंधित पक्ष अधिक से अधिक संयम बरतें और यथास्थिति को एकपक्षीय रूप से न बदलने के परस्पर समझौते का पालन करें.

Advertisement

बयान के मुताबिक, भारत-चीन सीमाई इलाके में भारत ने शांति तथा सौहार्दता का परिचय दिया है. और भारत, चीन के साथ सीमा संबंधी सभी मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण ढंग से वार्ता के माध्यम से करने के लिए प्रतिबद्ध है.

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement