
वित्तमंत्री की ओर से जीएसटी पर दी गई कुछ राहत को कांग्रेस ने ऊंट के मुंह मे जीरा बताया. कांग्रेस का कहना है कि उसने जीएसटी को बेहतर बनाने के लिए कई सुझाव दिए. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कई सुधार करने की जरूरत भी बताई, लेकिन मोदी सरकार का हाल ऐसा है कि नांच ना आये आंगन टेड़ा.
कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने जीएसटी को 'एक देश- सात टैक्स' बताया. उनका आरोप है कि एक अहंकारी नेतृत्व उलझनों भरी जीएसटी लेकर आया और ये खामियों से भरा पड़ा है. कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार अंतरिम सुधार के मुख्य मुद्दों को नहीं सुलझा पाई. जिस तरह इसे लागू किया गया, उससे टैक्स का जंजाल बन गया है. जैसा बीजेपी कहती है कि वो सब कुछ जानती है. हालांकि हकीकत यह है कि बीजेपी पर नांच ना आवे आंगन टेड़ा की कहावत सटीक बैठती है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि शुक्रवार को जो अंतरिम करवाई की गई, उसका कांग्रेस स्वागत करती है, लेकिन सरकार इससे जुड़े मुख्य मुद्दों को सुलझाने में विफल रही. हम एक सिंगल जीएसटी चाहते थे. कांग्रेस ने जीएसटी को 18 फीसदी पर ही रखने की बात कही थी, लेकिन यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस मामले में पीएम ने आगे कोई रोडमैप नहीं बताया.
जीएसटी किसानों के साथ नाइंसाफी
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ छल किया है. जीएसटी अब भी किसानों के साथ नाइंसाफी है. कृषि पर गंभीर संकट मंडरा रहा है.
कांग्रेस मीडिया प्रभारी ने कहा कि सरकार ने किसानों को कोई राहत नहीं दी है? उन्होंने कहा कि ट्रैक्टर पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगाया गया है, जबकि टायर और इंजन पर 28 फीसदी. इसके अलावा पंप व ट्यूबवेल में 18 फीसदी और तमाम कृषि उपकरणों पर 18 फीसदी टैक्स लगाया गया है. उन्होंने कहा कि टैक्सटाइल के क्षेत्र में बोझ छोटे व्यापारी पर पड़ रहा है. कपड़ा उद्योग का वजूद खतरे में है. सूरत से तमिलनाडु तक धरने हुए, तो मोदी सरकार ने जीएसटी में थोड़ी रियायत दी. पर हकीकत यह है कि अब भी छोटा व्यापारी पिसेगा और बड़ा व्यापारी मलेशिया और चीन से आ रहे कपड़ों की कीमत की प्रतिस्पर्द्धा नहीं कर पाएगा.
कांग्रेस नेता ने समझाया जीएसटी का गणित
सुरजेवाल ने उदाहरण देते हुए समझाया कि धागा पर जीएसटी 12 प्रतिशत है, जबकि कपड़े पर पांच प्रतिशत है. बड़े टैक्स्टाइल खुद अपना धागा बनाती है. ऐसे में उनको नुकसान होगा. इससे छोटा कपड़ा व्यापारी घाटे में होगा और बड़ी कंपनियों को फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि नए सुधार के बावजूद आम आदमी को कोई राहत नहीं दी गई है. अगर आप दिवाली पर ड्राई फ्रूट खरीदेंगे, तो आपको काजू किसमिश पर अलग-अलग टैक्स देना पड़ेगा. आलम यह है कि रोज़मर्रा की सामग्री पर जीएसटी भारी है. उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि जीएसटी के ये सुधार के सहारे मोदी सरकार एक दो विधान सभा चुनाव जीतना चाहती है. काम यूं ही जुमलेबाज़ी से निकल जाय, तो ठीक है. पर मोदी सरकार की ओर से उठाए गए कदम ज्यादा टिकाऊ नहीं होंगे.
बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार
कांग्रेस नेता सुरजेवाला पर पलटवार करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता जफर इस्लाम ने कहा कि अब कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है. हकीकत तो यह है कि जो जीएसटी काउंसिल ने फैसले लिए उसका पूरे देश ने स्वागत किया. इससे व्यापारी वर्ग को एक बड़ा राहत मिली है. जीएसटी लागू होने से शुरुआत में थोड़ी दिक्कत हुई है, लेकिन जीएसटी काउंसिल का यह दायित्व है कि वह लोगों की समस्याओं का निराकरण करे.
गुजरात के लिए काम नहीं कर रही है GST काउंसिल
जफर इस्लाम ने कहा कि जहां तक चुनाव का सवाल है, तो कांग्रेस को पता है कि उनके नीचे की जमीन खिसक चुकी है. हिंदुस्तान की आवाम के सामने उनकी कोई दलील नहीं चलेगी. क्योंकि उनके भी वित्तमंत्री और बाकी पार्टी के मंत्री उस काउंसिल में है. कोई काउंसिल गुजरात के लिए नहीं काम कर रही है. जीएसटी काउंसिल एक सेंट्रल स्ट्रक्चर. इसमें सिर्फ बीजेपी शासित राज्य के लोग नहीं है. कांग्रेस के पास आलोचना करने के सिवाय कोई काम नहीं है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने कहा कि सरकार ने लोगों की समस्या समझी और जीएसटी काउंसिल ने जो फैसला किया उसका पूरे देश में स्वागत किया है किसान आम आदमी का सरकार को सबसे पहले ख्याल है । कांग्रेस पार्टी इसी तरह से निराधार आरोप लगाती रहती है कांग्रेस पार्टी तो अभी तक गरीबी और रोजगार में फर्क नहीं कर पाई है. कांग्रेस पार्टी तू चाहती है कि देश में गरीब रहे.