Advertisement

राहुल का शुरू हुआ मिशन कर्नाटक, इन बड़े नेताओं को किया डिस्पैच

कर्नाटक के लिए कांग्रेस चुनाव प्रचार का बिगुल 20 जनवरी के बाद फूंकेगी. इससे पहले राहुल गांधी ने कर्नाटक मिशन पर लोकसभा में कांग्रेस के संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व केंद्रीय मंत्री विरप्पा मोइली और राज्य के कांग्रेस प्रभारी  वेणुगोपाल को लगाया है.

कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी
सुप्रिया भारद्वाज
  • नई दिल्ली,
  • 05 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 2:41 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मिशन कर्नाटक पर काम शुरू कर दिया है. दो महीने के बाद कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए कर्नाटक की सत्ता को बरकरार रखना एक बड़ी चुनौती है. इसी के मद्देनजर पार्टी आलाकमान ने पार्टी के दिग्गज नेताओं को कर्नाटक भेजना भी शुरू कर दिया है. इसमें खासकर वो नेता हैं, जो कर्नाटक से आते हैं.  

Advertisement

कर्नाटक के लिए कांग्रेस चुनाव प्रचार का बिगुल 20 जनवरी के बाद फूंकेगी. इससे पहले राहुल गांधी ने कर्नाटक मिशन पर लोकसभा में कांग्रेस के संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली और राज्य के कांग्रेस प्रभारी  के. सी. वेणुगोपाल को लगाया है. इन तीनों नेताओं को गुरुवार को ही कर्नाटक जाकर पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए पसीना बहाने के लिए कह दिया है. इसके अलावा पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी को राज्य में कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट को बेहतर बनाने को कहा गया है.

इन नेताओं को भेजा कर्नाटक

शीतकालीन सत्र समाप्त होने से एक दिन पहले ही मलिकार्जुन खड़गे और वेणुगोपाल कर्नाटक के लिए रवाना हो गए. इसके अलावा कर्नाटक के सभी कांग्रेसी नेताओं को विधानसभा चुनाव तक राज्य में रहने का निर्देश दिया गया है. वीरप्पा मोइली और मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों नेता कर्नाटक से आते हैं और दोनों की राज्य की सियासत में काफी गहरी पकड़ है.

Advertisement

कर्नाटक के दलित चेहरा मलिकार्जुन खड़गे

मल्लिकार्जुन खड़गे नौ बार विधायक और दूसरी बार सांसद चुने गए हैं. यूपीए-2 में केंद्रीय मंत्री रहे हैं और मौजूदा समय में लोकसभा में पार्टी के संसदीय दल के नेता की भूमिका अदा कर रहे हैं. दलित परिवार से आने वाले खड़गे के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने कभी कोई चुनाव नहीं हारा और उन्हीं की वजह से हैदराबाद-कर्नाटक क्षेत्र में पार्टी की मजबूत पकड़ है.

खड़गे कर्नाटक विधानसभा में दो बार विपक्ष के नेता रह चुके हैं और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रह चुके हैं. राज्य की विभिन्न जातियों में भी काफी लोकप्रिय हैं. इसी मद्देनजर पार्टी ने उन्हें मिशन कर्नाटक पर लगाया है.

जमीने से जुड़े हैं वीरप्पा मोइली

वीरप्पा मोइली की गांधी परिवार के प्रति वफादारी जगजाहिर है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. इसके अलावा इंदिरा गांधी की मंत्रिमंडल में वित्त राज्यमंत्री रहे हैं तो वहीं यूपीए सरकार में कई अहम विभाग का जिम्मा संभाला है. राजनीतिक अनुभव के साथ-साथ साफ सुथरी छवि भी रखते हैं. कर्नाटक की सियासी जंग में पार्टी को मजबूत करने के लिए लगाया गया है. 

बूथ स्तर का काम वेणुगोपाल के जिम्मे

केसी वेणुगोपाल कर्नाटक में कांग्रेस के प्रभारी का जिम्मा संभाल रहे हैं. पिछले छह महीने से राज्य में पार्टी और संगठन के मजबूत करने के साथ-साथ बूथ लेकर तक का काम देख रहे हैं. राहुल गांधी ने उन्हें भी दिल्ली के बजाय कर्नाटक में ज्यादा से ज्यादा रहने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि घर घर जाकर कार्यकर्ताओं का अभियान पहले ही पूरा हो चुका है. हम अब जंग के लिए तैयार हैं.

Advertisement

कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट का प्रियंका के ऊपर

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी से भी कह दिया गया है कि कर्नाटक जाकर कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट स्थापित करें, ताकि विधानसभा चुनाव में पार्टी अपनी बात को बेहतर तरीके से रख सके. इसके अलावा अंग्रेजी प्रवक्ताओं को ज्यादा से ज्यादा कर्नाटक में उतारने की प्लान कांग्रेस ने किया है.

पिछले छह महीने से कांग्रेस सक्रीय

वेणुगोपाल ने ‘आज तक’ से बातचीत में कहा कि पिछले 6 महीने से हम कर्नाटक में हर निर्वाचन क्षेत्र स्तर पर मिशन मोड में काम कर रहे हैं. हम कर्नाटक में 98 फीसदी बूथ लेवल कमेटियों का गठन कर चुके हैं. कर्नाटक में कुल 54,200 बूथ कमेटी हैं जिनमें से हम 53,000 बना चुके हैं. प्रत्येक कमेटी में 15 सदस्य हैं. हम कर्नाटक में इस काम में 7 लाख 95 हजार कार्यकर्ताओं को जोड़ चुके हैं.

वेणुगोपाल ने बताया कि जब मैंने जनरल सेक्रेटरी के तौर पर राज्य का जिम्मा संभाला था तो राहुल जी ने मुझसे कहा था कि आपका पहला मिशन संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करना है. साथ ही उन्होंने बूथ स्तरीय कमेटियां बनाने के निर्देश दिए. राहुल जी के निर्देश मिलने के बाद हमने कर्नाटक के लिए संगठन को मजबूत करने का प्लान बनाया. अब हम कर्नाटक में 98 फीसदी बूथ स्तरीय कमेटियां बना चुके हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement