
किसानों के हक में आवाज उठाने में कांग्रेस बढ़-चढ़कर आगे रहती है. कांग्रेस मोदी सरकार की नीतियों को किसान विरोधी बताते हुए हमला बोलने में भी कोई कसर नहीं छोड़ती है. ‘नरेंद्र मोदी किसान विरोधी’ का नारा बुलंद करने वाली कांग्रेस के बारे में लेकिन एक हकीकत ये भी है कि पार्टी में अरसे से किसान सेल ही नहीं है.
किसानों के तमाम मुद्दे उठाने वाले राहुल गांधी का भी अब तक इस तरफ ध्यान नहीं गया. राहुल को कांग्रेस अध्यक्ष बने करीब सात महीने हो गए, लेकिन अब तक पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर किसान सेल का गठन नहीं हो पाया.
आखिरी बार यूपीए-1 में हुआ था किसान सेल का गठन
कांग्रेस में किसान सेल का आखिरी बार गठन यूपीए 1 के कार्यकाल में हुआ था, जो यूपीए 2 के खत्म होते होते निष्क्रिय हो गया. केंद्र में 2014 से कांग्रेस विपक्ष में है. सोनिया गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए किसान खेत मजदूर कांग्रेस का गठन किया गया था, जिसके पहले अध्यक्ष बलराम जाखड़ थे. केंद्र में यूपीए सरकार बनने के बाद शमशेर सिंह सुजरेवाला को इसका अध्यक्ष और भोला पांडेय को सचिव बनाया गया. इस विभाग के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजीव सिंह नियुक्त किये गए.
MSP से लेकर कर्जमाफी तक पर सलाह देता था किसान सेल
यूपीए-1 के दौरान किसानों के मुद्दे पर एमएसपी से लेकर कर्जमाफी के तमाम मुद्दों पर किसान सेल ही तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सलाह देता था. किसानों के मुद्दों पर इसी आधार पर यूपीए 1 सरकार में अमल हुआ. किसानों के 77 हज़ार करोड़ रुपये के कर्ज को माफ करना भी पार्टी की किसान सेल की मांग की वजह से हुआ.
लेकिन यूपीए 2 के दौरान कांग्रेस दोबारा ज़्यादा सीटों के साथ सत्ता में आई तो किसानों के मुद्दों पर वैसे ध्यान देना बंद कर दिया जैसे कि उसने यूपीए 1 के दौरान दिया था. किसान खेत मजदूर कांग्रेस की जिम्मेदारी जिन शमशेर सिंह सुरजेवाला के कंधों पर थी, उनके बीमार होने के बाद किसान सेल निष्क्रिय हो गया. सचिव भोला पांडेय को पद से हटा दिया गया. ये सब होने के बाद किसान सेल का वजूद सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया.
कई प्रकोष्ठों का हुआ गठन, लेकिन किसान सेल का नहीं
केंद्र में कांग्रेस को 2014 के बाद अब विपक्ष में रहते हुए भी चार साल से ऊपर हो गए हैं. राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद आदिवासी विभाग, असंगठित कामगार कांग्रेस, प्रोफेशनल्स कांग्रेस,मछुआरा कांग्रेस, डेटा एनालिसिस विभाग जैसे नए प्रकोष्ठों का गठन किया लेकिन किसान सेल अब तक फिर सक्रिय होने की बाट जोह रहा है.
हैरानी की बात है कि कांग्रेस की आधिकारिक वेबसाइट से भी अब किसान सेल नदारद है. वहीं कांग्रेस मुख्यालय में किसान सेल के दफ्तर का कमरा भी दूसरों को एलॉट हो चुका है. अब शमशेर सिंह सुरजेवाला के बेटे रणदीप सिंह सुरजेवाला कांग्रेस के मीडिया प्रभारी हैं और किसान सेल के प्रवक्ता रहे संजीव सिंह मीडिया कॉर्डिनेटर.
संजीव सिंह से इस मुद्दे पर बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी किसानों की बात करते हैं, हर प्रदेश में पार्टी का किसान सेल है, जल्दी ही राष्ट्रीय स्तर पर भी किसान सेल का गठन राहुल गांधी कर देंगे.’