
विदेश नीति पर राज्यसभा में चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर नोंक-झोंक देखने को मिली. विपक्ष के तमाम सवालों और आरोपों पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया. मगर कांग्रेस नेता उनके जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे. जिसके बाद उन्होंने सुषमा स्वराज के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की बात कही है.
कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य आनंद शर्मा ने कहा कि सदन में सुषमा स्वराज ने झूठ बोला है. उन्होंने कहा कि सुषमा अपने बयान पर माफी मांगे, नहीं तो उन्हें विशेषाधिकार हनन का सामना करना पड़ेगा. आनंद शर्मा ने कहा कि बुरहान वानी के एनकाउंटर से पहले पठानकोट अटैक हुआ, इसके अलावा 9 और आतंकी हमले हुए, जिन्हें सुषमा स्वराज भूल गईं.
वहीं कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने भी सुषमा के बयान पर टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि मुझे लेकर विदेश मंत्री ने सदन में जो बयान दिया है वो पूरी तरह गलत है. राजीव शुक्ला ने सुषमा के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस लाने की बात कही.
दरअसल, सुषमा स्वराज ने सदन में कहा था कि बानडुंग एशिया अफ्रीका संबंधों पर हुए सम्मेलन में उन्हें बयान देना का मौका ही नहीं मिला. वहीं, कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा ये कहते रहे कि उन्होंने भाषण दिया और पूर्व पीएम पंडित नेहरू का नाम नहीं लिया. वहीं सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान से भारत के संबंधों पर सदन में बताया था कि 2016 में कश्मीर में बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद दोनों देशों के रिश्तों में बिगाड़ आया. जबकि कांग्रेस का कहना है कि 2015 में पीएम मोदी जब पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को बर्थडे की मुबारकबाद देने लाहौर गए, उसके कुछ वक्त बाद ही पठानकोट में आतंकी हमला हुआ. विपक्ष का ये भी मानना है कि पठानकोट के अलावा पांच और घटनायें भी हुईं.
वहीं सुषमा स्वराज ने राजीव शुक्ला पर टिप्पणी करते हुए कहा था '' आपके राजीव शुक्ला कह रहे हैं कि CPEC क्यों नहीं दे देते, OBOR में क्यों नहीं गए. हमारी संप्रभुता से जुड़ा है, हम कैसे सीपीईसी दे दें, ये तो पीओके से गुज़र रहा है. तो क्या कांग्रेस में इतना लोकतंत्र है कि आनंद शर्मा कुछ और बात करें और फिर उसके बाद भी राजीव शुक्ला कुछ कह जाएं.'' राजीव शुक्ला ने सुषमा के इस बयान को ही गलत करार दिया है.