
पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में हुए विधानसभा चुनाव के लिए मतगणना शनिवार सुबह 8 बजे से शुरू हो रही है. तीनों राज्यों में इसके लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. तीनों राज्यों में बीजेपी इस बार प्रमुख दावेदार के रूप में उभरी है. 10 बिंदुओं में जानें तीनों राज्यों में हुए चुनाव की महत्वपूर्ण बातें...
1. ज्यादातर एग्जिट पोल ने यह अनुमान लगाया है कि त्रिपुरा में बीजेपी 25 साल से शासन कर रही वामपंथी सरकार को उखाड़ फेंकेगी. नगालैंड में भी बीजेपी की जीत का अनुमान लगाया गया है, जबकि मेघालय में त्रिशंकु जनादेश के आसार हैं.
2. तीनों राज्यों में 60-60 सीटें हैं, लेकिन प्रत्येक में विभिन्न वजहों से महज 59 सीटों पर मतदान हुए हैं. त्रिपुरा में सीपीएम के एक कैंडिडेट का निधन हो गया, मेघालय में एनसीपी के एक कैंडिडेट की हत्या हो गई और नगालैंड में पूर्व सीएम और एनडीपीपी कैंडिडेट नीफीयू रियो उत्तरी अंगामी-2 सीट से निर्विरोध चुन लिए गए हैं.
3. नगालैंड में बीजेपी ने एनडीपीपी से हाथ मिलाया है जो कि पूर्व मुख्यमंत्री नीफियू रियो की पार्टी है. एनडीपीपी नगालैंड के 40 सीटों पर और बीजेपी यहां महज 20 सीटों पर चुनाव लड़ी है.
4. साल 1963 में नगालैंड राज्य के गठन के बाद से कांग्रेस के राज्य में तीन सीएम रहे हैं, लेकिन इस बार वह महज 18 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
5. नगालैंड में हिंसा के बावजूद रिकॉर्ड 75 फीसदी मतदान हुआ है. यहां चुनाव के दौरान हिंसा से जुनहेबोतो जिले में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी.
6. नगालैंड के 9 विधानसभा क्षेत्रों के 13 पोलिंग स्टेशनों पर फिर से चुनाव का आदेश दिया गया है. यहां ईवीएम छीनने, फर्जी तरीके से मतदान जैसी शिकायतें आईं थीं.
7. त्रिपुरा में 18 फरवरी को चुनाव हुए थे. दो एग्जिट पोल के मुताबिक यहां बीजेपी 35 से ज्यादा सीटें जीत सकती है. राज्य में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं.
8. त्रिपुरा में कुल 25,36,589 मतदाताओं में से 92 फीसदी से ज्यादा ने ईवीएम से वोट डाले जो भारत के चुनाव इतिहास का एक रिकॉर्ड है.
9. मेघालय में 27 फरवरी को चुनाव हुए थे. यहां कांग्रेस 10 साल से सरकार में है और इस बार उसे बीजेपी से कड़ी चुनौती मिली है.
10. मेघालय में कांग्रेस ने 60 सीटों में से 59 पर अपने कैंडिडेट खड़े किए थे, जबकि बीजेपी ने 47 सीटों पर अपने कैंडिडेट खड़े किए थे. मेघालय के निवर्तमान मुख्यमंत्री मुकुल संगमा पहली बार दो सीटों से चुनाव लड़े हैं.