
राफेल विमान सौदा और उसकी कीमतों को लेकर देश में हो रहे हंगामे पर एक बार फिर रक्षा मंत्री ने साफ किया है कि देशहित में इसकी कीमतों का खुलासा नहीं किया जा सकता.
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने पूरे प्रकरण पर साफ किया वह देशहित को ध्यान में रखते हुए राफेल लड़ाकू विमान की कीमत का खुलासा नहीं कर सकती हैं.
सौदे को लेकर विपक्ष खासकर कांग्रेस और उनके अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार सरकार पर हमले कर रहे हैं. राहुल गांधी लंबे समय से राफेल करार की कीमतों का खुलासा करने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने इसमें काफी अनियमितता होने का आरोप लगाया है.
कांग्रेस की ओर से लगातार लगाए जा रहे आरोपों के बाद सीतारमण ने एक बार फिर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, 'राहुल सरकार के खिलाफ हथियार ढूंढ रहे हैं, लेकिन उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ.'
उन्होंने इस सौदे को ऐतिहासिक बताया और कहा, 'राफेल सौदा 2 सरकारों के बीच करार का एक नायाब उदाहरण है. इन विमानों के भारतीय बेड़े में शामिल होने पर वायुसेना को खासी मदद मिलेगी. हमने सौदे में कीमत समेत हर चीज में एक बेहतर करार किया है.'
राफेल की कीमतों के खुलासे पर उन्होंने कहा, 'राफेल की कीमत का खुलासा करना देशहित में नहीं होगा. मैं किसी (राहुल गांधी) को संतुष्ट नहीं करना चाहती. हम इसकी कीमत और अन्य बदलावों का खुलासा नहीं करेंगे.'
भारत ने पिछले साल फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों के लिए 59,000 करोड़ रुपए में सौदा किया था. इस सौदे पर राहुल ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया था. राहुल का आरोप है कि एक व्यवसायी को फायदा पहुंचाने के इरादे से पीएम मोदी ने पूरे सौदे में फेरबदल करवा दिए. इस आरोप के बाद कई बार सरकार अपनी ओर से सफाई पेश कर चुकी है.
भारत और फ्रांस के बीच हुई राफेल डील पर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि यदि भारत इस मुद्दे पर विपक्ष के साथ किसी तरह की बहस के लिए डील की कुछ बारीकियों से पर्दा उठाना चाहता है तो फ्रांस सरकार विरोध नहीं करेगी.