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भूख हड़ताल पर बैठे सत्येंद्र जैन का वजन बढ़कर अचानक घटा

दिल्ली सरकार के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 14 जून को शाम 6:24 बजे सत्येंद्र जैन का वजन 80 किलोग्राम था, जो 15 जून की दोपहर 2:30 बजे बढ़कर 81.5 किलोग्राम हो गया.

सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो) सत्येंद्र जैन (फाइल फोटो)
पंकज जैन/देवांग दुबे गौतम
  • नई दिल्ली,
  • 17 जून 2018,
  • अपडेटेड 1:19 AM IST

दिल्ली की सत्ता संभाल रही आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े नेता एलजी दफ़्तर पर पिछले 6 दिनों से धरना दे रहे हैं. इनमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मंत्री गोपाल राय धरने पर हैं तो वहीँ डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और मंत्री सत्येंद्र जैन धरने के साथ-साथ भूख हड़ताल भी कर रहे हैं.

भूख हड़ताल कर रहे मंत्री सत्येंद्र जैन के वजन को लेकर चर्चा तेज़ है. चर्चाओं के बीच जैन ने 12 जून से लेकर 16 जून तक की अपनी हेल्थ रिपोर्ट सोशल मीडिया पर साझा की है.  इस रिपोर्ट में हैरानी की बात यह है कि दिल्ली सरकार द्वारा भेजे हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक 14 जून को शाम 6:24 बजे जैन का वजन 80 किलोग्राम था जो 15 जून की दोपहर 2:30 बजे बढ़कर 81.5 किलोग्राम हो गया.

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दिलचस्प बात यह भी है कि 15 जून को रात 10:21 बजे दिल्ली सरकार द्वारा भेजे गए हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक सत्येंद्र जैन का वजन अचानक घटकर 80.6 किलोग्राम रह गया. यहां गौर करने वाली बात यह है कि 16 जून को सुबह से लेकर रात 10 बजे तक दिल्ली सरकार ने सत्येंद्र जैन का कोई भी हेल्थ बुलेटिन नहीं भेजा था. इस बीच उनका वजन क्या था, इसकी कोई जानकारी सरकार की तरफ से नहीं दी गई थी. लेकिन पूरी रिपोर्ट शनिवार को तब सामने आयी जब खुद सत्येंद्र जैन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.

पूरे मामले में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्ढा ने 'आजतक' से बातचीत के दौरान कहा कि "जो फैक्ट आप दे रहे हैं उसकी पुष्टि नहीं कर सकता. इसकी साइंटिफिक वजह क्या थी वो एक डॉक्टर ही बता सकता है. लेकिन जितना मैंने शहीद भगत सिंह के बारे में पढ़ा है, जिस दिन उनको फांसी हुई थी उस दिन उनका वजन बढ़ा हुआ था.  जनता के प्यार से आदमी का खून बढ़ जाता है."

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साथ ही आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने कहा कि "ये हास्यपद है कि 2 किलो वजन किसी भी कारण से बढ़ा होगा.  एलजी हाउस जहां कई मॉनिटर लगे होंगे वहां ये कहना कि वो अंदर परांठे खा रहे होंगे, एक मजाक की स्तिथि है. हमें इतना गंभीर होना चाहिए कि अगर कोई व्यक्ति अनशन पर बैठा है, तो उसको इतनी इज्जत दें कि वो दिल्ली की जनता के लिए बैठा है."

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