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चुनाव आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने साफ संकेत दे दिए हैं कि तमिलनाडु विधान सभा की आरके नगर सीट पर उपचुनाव के लिए 21 दिसंबर को होने वाला मतदान किसी भी सूरत में टाला नहीं जाएगा. उपचुनाव के लिए चुनवा प्रचार मंगलवार यानी 19 दिसंबर की शाम पांच बजे समाप्त हो गया. इस सीट पर उपचुनाव के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी बांटने और मतदाताओं को रिश्वत देकर लुभाने के आरोप विपक्षी डीएमके नेताओं ने लगाए हैं. इस बाबत चुनाव आयोग को शिकायत भी दी गई है.
कई अधिकारियों का तबादला
चुनाव आयोग के अधिकारियों का कहना है कि हमें शिकायत मिली तो हमने एक विशेष अधिकारी को भी वहां भेजा. मुख्य चुनाव अधिकारी की टीम के साथ मिलकर तमाम पहलुओं से इस मामले की पड़ताल की गई. आयोग की टीम ने पाया कि शिकायत के साथ ठोस सबूत नहीं हैं. फिर भी सुराग मिलने के बाद चुनाव आयोग ने संबंधित अधिकारियों का तबादला किया है. तबादला किए गए अधिकारियों ने ज्वाइंट कमिश्नर स्तर के एक आला पुलिस अधिकारी सुधाकर भी शामिल है. उनकी जगह ट्रैफिक के ज्वाइंट कमिश्नर प्रेम आनंद सिन्हा को प्रभार भी दे दिया गया है. सुधाकर को बिना चुनाव वाली जगह पर भेजा गया है.
नहीं मिला कोई ठोस सबूत
आयोग के आला अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने शिकायतकर्ता डीएमके नेताओं की दी गई सामग्री देख ली. उसमें ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिला, जिसकी वजह से मतदान टालने जैसा कदम उठाया जा सके. आयोग की सतर्क टीम ने 30 लाख से ज्यादा नकदी और बड़ी मात्रा में शराब जब्त की है. एहतियाती कार्रवाई के तहत कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया गया. ताकि ऐसा काम कर रहे बाकी लोगों पर दबाव बने. अब जबकि चुनाव प्रचार बंद हो गया है तो चुनाव आयोग की माइक्रो ऑब्जर्वर टीमें और सक्रिय हैं ताकि स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान कराया जा सके.
चुनाव की तैयारियां पूरी
चुनाव अधिकारियों को ईवीएम और वीवीपैट के तालमेल की ट्रेनिंग दी जा चुकी है. बुधवार को चुनाव टीमें अपने- अपने मतदान केंद्रों को रवाना हो जाएंगी. सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए जा चुके हैं. ऐसे में मतदान टालने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.