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गौरी लंकेश मर्डर केस में SIT ने 3 संदिग्धों के स्केच जारी किए, लोगों से मांगी मदद

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश हत्या मामले में पुलिस ने तीन संदिग्धों का स्केच जारी कर दिया है. पिछले महीने के पहले सप्ताह में गौरी लंकेश की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश (फाइल फोटो) वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश (फाइल फोटो)
राम कृष्ण
  • बंगलुरु,
  • 14 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 3:18 PM IST

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को एक महीने से ज्यादा का समय हो चुका है, लेकिन मामले की जांच कर रही पुलिस की एसआईटी के हाथ अभी तक कोई अहम सुराग नहीं लगा है. लिहाजा अब पुलिस ने मामले में तीन संदिग्धों के स्केच जारी कर लोगों से मदद की गुहार लगाई. पुलिस SIT प्रमुख बीके सिंह ने स्केच जारी करते हुए कहा कि जानकारी के आधार पर हमने ये स्केच जारी किए हैं. हम लोगों से सहयोग चाहते हैं और इसीलिए संदिग्धों के इन स्केच को जारी कर रहे हैं.

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बीके सिंह ने कहा कि हमारे पास मामले का वीडियो भी है, जिसको भी जारी कर रहे हैं. मामले में हमने अभी तक 200 से 250 लोगों से पूछताछ की है. उन्होंने कहा कि दो संदिग्धों के स्केच में काफी समानता है. इनको दो अलग-अलग कलाकारों ने प्रत्यक्षदर्शियों की जानकारी के आधार पर बनाया है. उन्होंने कहा कि पहनावे के आधार पर यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता है कि संदिग्ध किस धर्म के हैं. गुमराह करने के लिए भी तिलक या कुंडल पहने जा सकते हैं. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है और अपराधियों को जल्द जेल भेजा जाएगा.

एक सवाल के जवाब में बीके सिंह ने कहा कि मामले में सनातन संस्था का नाम मीडिया में घसीटा जा रहा है. हमारी ओर से अभी तक किसी संगठन का नाम नहीं लिया गया है. दरअसल, पिछले महीने के पहले सप्ताह में गौरी लंकेश की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. हमलावरों ने राज राजेश्वरी इलाके में स्थित घर में लंकेश की हत्या की थी. पुलिस को गौरी लंकेश का शव खून से सना हुआ मिला. साथ ही घटनास्थल से कारतूस के चार खोके मिले. हालांकि मामले में अभी तक अपराधी का पता नहीं चल पाया है.

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गौरी लंकेश साप्ताहिक मैग्जीन 'लंकेश पत्रिके' की संपादक थीं. इसके साथ ही वो अखबारों में कॉलम भी लिखती थीं. टीवी न्यूज चैनल डिबेट्स में भी वो एक्टिविस्ट के तौर पर शामिल होती थीं. लंकेश के दक्षिणपंथी संगठनों से वैचारिक मतभेद थे. इस मशहूर हत्याकांड की जांच एसआईटी कर रही है. इससे पहले पुलिस के हाथ सीसीटीवी फुटेज लगे थे, जिसमें बाइक सवार हमलावर हेलमेट पहने नजर आए थे. पुलिस के मुताबिक हमलावर पूरी बांह की शर्ट और पैंट पहने हुए थे. अब तक पुलिस 600 से ज्यादा डिजिटल वीडियो रिकॉर्डिंग का विश्लेषण कर चुकी है. इसके साथ ही 200 से 250 लोगों से भी पूछताछ की गई थी.

पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई थी कि वारदात को अंजाम देने से पहले हमलावरों ने गौरी के घर की रेकी थी. बाइक से गौरी के घर के तीन चक्कर लगाए थे. मुख्य आरोपी की उम्र करीब 35 साल बताई जा रही है. हालांकि पुलिस ने इस बात की पुष्टि करने से इनकार कर दिया कि गौरी लंकेश की हत्या में उसी तरह के हथियार का इस्तेमाल किया गया, जिस तरह का एमएम कलबुर्गी की हत्या करने के लिए किया गया था.

वहीं, इससे पहले हिंदू जागरण वैदिक और सनातन संस्था ने संयुक्त प्रेंस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उनके संगठन के किसी भी सदस्य का इस केस में कोई हाथ नहीं है. दोनों संस्थाओं ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की निंदा की. उनका कहना था कि इस वारदात के बाद जानबूझकर उनकी संस्थाओं का नाम घसीटा जा रहा है. वे हर तरह की जांच के लिए तैयार हैं.

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उधर, गौरी लंकेश हत्याकांड को लेकर जमकर राजनीतिक घमासान हुआ था. मशहूर अभिनेता प्रकाश राज ने पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर बेहद नाराजगी जताई थी. इसके अलावा कांग्रेस उपाध्यक्ष समेत कई पार्टियों के नेताओं ने इस हत्याकांड की जमकर निंदा की थी.

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