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गुंटूर के कलेक्टर की रिपोर्ट में खुलासा- दलित नहीं था रोहित वेमुला

गुंटूर के कलेक्टर की रोहित वेमुला पर रिपोर्ट में कहा गया है कि रोहित दलित नहीं था. रोहित चक्रवर्ती वेमुला हैदराबाद विश्वविद्यालय में शोध छात्र था, जिसने 17 जनवरी 2016 को आत्महत्या कर ली थी, जिसे दलित छात्र बताया जा रहा था.

 आत्महत्या करने वाला छात्र रोहिल वेमुला आत्महत्या करने वाला छात्र रोहिल वेमुला
सुरभि गुप्ता
  • गुंटूर ,
  • 14 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:16 PM IST

हैदराबाद यूनिवर्सिटी के शोध छात्र रोहित वेमुला के आत्महत्या मामले में एक नया मोड़ आ गया है. गुंटूर के कलेक्टर ने रोहित को दलित छात्र मनाने से इनकार करते हुए उसके परिवार को नोटिस जारी की है. कलेक्टर का कहना है कि छात्र का सर्टिफिकेट फर्जी तरीके से बनवाया गया था.

17 जनवरी 2016 को की थी आत्महत्या
गुंटूर के कलेक्टर की रोहित वेमुला पर रीव्यू रिपोर्ट में कहा गया है कि रोहित दलित नहीं था. रोहित चक्रवर्ती वेमुला हैदराबाद विश्वविद्यालय में शोध छात्र था, जिसने 17 जनवरी 2016 को आत्महत्या कर ली थी, जिसे दलित छात्र बताया जा रहा था.

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छात्र के परिवार को नोटिस
गुंटूर के कलेक्टर की रिव्यू रिपोर्ट में बताया गया है कि रोहित वेमुला अनुसूचित जाति में होने का प्रमाण पत्र फर्जी तरीकों से बनवाया गया था. सरकार को उसका सर्टिफिकेट रद्द करना पड़ेगा. लेकिन इससे पहले प्रक्रिया के तौर पर रोहित के परिवार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है कि उसका प्रमाणपत्र आखिर क्यों रद्द ना किया जाए.

15 दिनों में खुद को दलित सबित करें रोहित की मां
खुद को दलित साबित करने के लिए रोहित की मां को 15 दिनों का समय दिया गया है. ऐसा ना कर पाने पर उन्हें स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा गया है.

दलित होने पर हुआ था हंगामा
पिछले वर्ष रोहित को उसके चार अन्य साथियों के साथ हॉस्टल से निकाल दिया गया था, जिसके बाद छात्र ने आत्महत्या कर ली थी. ऐसा कहा जा रहा था कि दलित होने के नाते छात्र का उत्पीड़िन किया गया था.

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