
कई बार तबादले झेल चुके और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीन डील रद्द करके चर्चाओं में आने वाले आईएएस अशोक खेमका के लिए नया साल बड़ी खुशी लेकर आया है. हरियाणा सरकार ने खेमका का प्रमोशन करते हुए उन्हें प्रधान सचिव बना दिया है.
कुल 7 अधिकारियों को तोहफा
हरियाणा सरकार ने न सिर्फ खेमका को बल्कि उन सहित कुल 7 आईएएस अधिकारियों को प्रमोशन दिया है. सभी को प्रधान सचिव बनाया गया है. खेमका के साथ-साथ एके सिंह, विनीत गर्ग, श्रीकांत वालगद, अनिल मलिक, अभिलक्ष्य लिखी, जी अमनुपमा को भी सचिव से प्रधान सचिव बनाया गया है. खेमका सहित इन अफसरों को पदोन्नति काफी समय से लंबित थी. ये सभी आईएएस 1991 बैच के हैं.
सीएम खट्टर ने दिया प्रमोशन
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने खेमका को प्रमोशन दिया है. गुरुवार को चीफ सेक्रटरी डीएस ढेसी के नेतृत्व में डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमिटी(DPC) ने इस मामले में फैसला लिया. खेमका की पदोन्नति को लेकर काफी दिनों से कयास लगाए जा रहे थे.
बीजेपी सरकार ने रद्द की थी चार्जशीट
राज्य की सत्ता में काबिज बीजेपी सरकार ने नवंबर में खेमका पर पिछली कांग्रेस सरकार द्वारा 'पेशेवर कदाचार' के आरोप वाली चार्जशीट को रद्द कर दिया था. भूपेंद्र सिंह हुड्डा वाली कांग्रेस ने खेमका पर आरोप लगाया था कि उन्होंने दिल्ली के पास गुड़गांव में 3.5 एकड़ जमीन की डील का म्यूटेशन रद्द करने के लिए अपने पद का गलत उपयोग किया था. ये डील वाड्रा और रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच 58 करोड़ रुपये में तय हुई थी.
23 साल में 46 तबादले
खेमका को सबसे ज्यादा तबादलों का सामना करना पड़ा है. 50 साल के आईएएस अफसर को 23 साल के करियर में 46 बार ट्रांसफर किया जा चुका है. वो कोलकाता की एक मिडिल क्लास फैमिली से आते हैं. सिविल सर्विस जॉइन करने से पहले खेमका ने 1988 में आईआईटी खड़गपुर से कंप्यूटर साइंस में टॉप किया था.
बीजेपी सरकार ने दिया साथ
करीब एक साल पहले हरियाणा की सत्ता में आई बीजेपी ने शुरुआत से ही अशोक खेमका का साथ दिया है. कांग्रेस और वाड्रा को निशाना बनाते हुए उन्होंने खेमका को जमकर सपोर्ट किया.