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गलवान विवादः रक्षा मंत्री की बैठक में फैसला- उकसावे पर देंगे करारा जवाब

बैठक में तय किया गया कि भारत LAC पर तनाव को बढ़ावा नहीं देता है, लेकिन अन्य पक्ष ऐसा करते हैं तो उन्हें कारारा जवाब दिया जाएगा.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (फोटो-PTI) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (फोटो-PTI)
अभि‍षेक भल्ला/हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 21 जून 2020,
  • अपडेटेड 3:24 PM IST

  • रक्षा मंत्री के साथ मीटिंग में तीनों सेना के प्रमुख शामिल
  • मीटिंग में लद्दाख में जमीनी हालात की पूरी समीक्षा हुई

भारत-चीन से तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज बैठक हुई. इस बैठक में तीनों सेना के प्रमुखों के अलावा सीडीएस बिपिन रावत शामिल हुए. मीटिंग में लद्दाख में जमीनी हालात की पूरी समीक्षा और एलएसी के साथ तैयारियों का जायजा लिया गया.

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सूत्रों ने बताया कि बैठक में तय किया गया कि भारत LAC पर तनाव को बढ़ावा नहीं देता है, लेकिन अन्य पक्ष ऐसा करते हैं तो उन्हें कारारा जवाब दिया जाएगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर हुई आज एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया.

सीडीएस और सभी तीनों सेना प्रमुखों ने बैठक में सीमा की स्थिति और सैन्य तैयारियों पर चर्चा की. जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही ऐलान कर चुके हैं, मीटिंग में फिर कहा गया कि सेना जमीनी हालात के अनुसार एक्शन लें.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले भी तीनों सेना प्रमुखों के साथ इस मसले पर बैठक कर चुके हैं. लद्दाख में भारत-चीन सेना के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद जल, थल और वायुसेना पूरी तरह से अलर्ट पर हैं. तीनों सेनाओं को अलर्ट पर रहने का फैसला रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ आर्मी डिफेंस (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों की हुई बैठक में 18 जून को लिया गया था.

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झड़प के बाद अलर्ट पर तीनों सेनाएं, नौसेना ने बढ़ाई तैनाती, LAC पर अतिरिक्त जवान

बता दें कि 3500 किलोमीटर की चीन सीमा पर भारतीय सेना की कड़ी नजर है. तीनों सेनाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है. चीनी नौसेना को कड़ा संदेश भेजने के लिए हिंद महासागर क्षेत्र में नौसेना भी अपनी तैनाती बढ़ा रही है.

इसके साथ ही सेना ने पहले ही अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के साथ अपने सभी प्रमुख फ्रंट-लाइन ठिकानों पर अतिरिक्त जवानों को तैनात किया है. वायुसेना ने पहले से ही अपने सभी फॉरवर्ड लाइन बेस में एलएसी और बॉर्डर एरिया पर नजर रखने के लिए अलर्ट स्तर बढ़ा दिया है.

चीन से टेंशन के बीच तीनों सेना अलर्ट, बॉर्डर पर बढ़ाई गई जवानों की संख्या

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कह चुके हैं कि हम किसी भी कीमत पर अपनी संप्रभुता की रक्षा करेंगे. हमारे क्षेत्र में सुरक्षा परिदृश्य यह बताता है कि हमारे सशस्त्र बल हर समय तैयार और सतर्क रहते हैं. लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर छोटी सी सूचना पर हम हालात को संभालने के लिए तैयार हैं.

भारत और चीन के बीच इस वक्त तनाव की स्थिति बनी हुई है. किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए सेना से लेकर वायुसेना अलर्ट पर है. बुधवार की देर रात को वायुसेना प्रमुख RKS भदौरिया ने लेह एयरबेस का दौरा किया था. वायुसेना इस वक्त लेह-लद्दाख इलाके में अलर्ट पर है, ऐसे में इस दौरे की अहमियत काफी अधिक है.

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