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पठानकोट हमले पर भारत ने पाकिस्तान को सौंपे सबूत, कार्रवाई हुई तभी होगी वार्ता!

केंद्र सरकार अब पहले यह देखना चाहती है कि इस्लामाबाद आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के संकल्प को प्रदर्शित करता है या नहीं.

नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ
स्‍वपनल सोनल/राहुल कंवल
  • नई दिल्ली,
  • 04 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 8:43 AM IST

पठानकोट एयरबेस में आतंकी हमले के खि‍लाफ सेना और सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जहां 65 घंटे से अधि‍क समय बाद अभी भी जारी है, वहीं भारत सरकार ने रविवार को पाकिस्तान को उसकी सीमा से हमले की साजिश रचने को लेकर कई सबूत सौंपे हैं. भारत सरकार अब इस ओर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है.

सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, केंद्र सरकार अब पहले यह देखना चाहती है कि इस्लामाबाद आतंकवादियों और उनके आकाओं के खिलाफ कार्रवाई करने के संकल्प को प्रदर्शित करता है या नहीं. नरेंद्र मोदी की सरकार दोनों मुल्कों के बीच फिर से बातचीत शुरू होने के बाद इसे पड़ोसी मुल्क की पहली बड़ी परीक्षा मान रही है.

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जांच में जुटीं पाकिस्तानी एजेंसियां
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि उसे भारत की ओर से कुछ इनपुट मिले हैं. बताया जाता है कि पाकिस्तानी एजेंसियां भारतीय इनपुट के आधार पर जांच में जुट गई हैं. मोदी सरकार यह देखना चाहती है कि पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत और नए सिरे से दोस्ती को लेकर किस कदर संजीदा है और वहां की सरकार अपने वादे पर अमल करती है या नहीं.

भारत में सबूत के तौर पर सौंपे फोन रि‍कॉर्ड्स
गौरतलब है‍ कि इंटेलीजेंस एजेंसियों ने पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हमला करने वाले आतंकियों की फोन कॉल्स काे इंटरसेप्ट किया था, जिसमें आतंकियों ने सीमा पार पाकिस्तान में अपने परिजनों और अपने आकाओं से बात की थी. पाकिस्तान में उनके आकाओं के मोबाइल नंबर और उनके सीमा पार से आने के सबूत पाकिस्तान के साथ साझा किए गए हैं. इसके साथ ही आतंकियों के जीपीएस कॉर्डिनेट्स, कॉल लॉग्स और ट्रांसक्रिप्टस भी पाकिस्तान को सौंपे गए हैं.

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PAK की प्रतिक्रिया के बाद ही वार्ता
मोदी सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि भारत द्वारा साझा किए गए इनपुट पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और कार्रवाई ही यह तय करेगी कि आगे इस महीने दोनों मुल्कों के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता होगी या नहीं. सूत्र ने बताया, 'अगर पाकिस्तान इस ओर गंभीरता के साथ आगे बढ़ता है और पठानकोट के दोष‍ियों के खि‍लाफ कार्रवाई करता है तो भारत इसे आपसी रिश्तों के लिए सकारात्मक संकेत मानेगा.'

दूसरी ओर, यदि अपराधि‍यों के खि‍लाफ कार्रवाई नहीं होती है कि यह समझा जाएगा कि पाकिस्तानी सेना शांति प्रक्रिया के लिए तैयार नहीं है.

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने पठानकोट हमले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है. पाक विदेश मंत्रालय ने इस ओर बयान जारी कर कहा, 'हम उन परिवारों का दुख समझते हैं, जिन्होंने इस त्रासदी में अपने परिजनों को खोया है क्योंकि पाकिस्तान भी आतंकवाद का शि‍कार है. हम सरकार और भारत के लोगों के लिए अपनी गहरी संवेदना प्रकट करते हैं.'

पड़ोसी मुल्क ने आगे कहा, 'आतंकवाद के खात्मे के लिए पाकिस्तान अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है और भारत सरकार के संपर्क में है. हम भारत द्वारा साझा किए गए इनपुट लीड पर कार्रवाई कर रहे हैं.' पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों मुल्कों को एक सतत संवाद प्रक्रिया के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए.'

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