
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसाबले ने गुरुवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में आरक्षण, देशद्रोह और समलैंगिकता जैसे कई बड़े मुद्दों पर सवालों के खुलकर जवाब दिए. जानिए पहली बार किसी मीडिया कॉन्क्लेव में शामिल हुए होसाबले ने क्या-क्या कहा.
1. राम मंदिर हमारा सपना है. लेकिन इस पर कोर्ट और सरकार को फैसला लेना है.
2. आरएसएस डिबेट के खिलाफ नहीं है. लोगों को बिना डिबेट संघ की आलोचना नहीं करनी चाहिए.
3. समलैंगिकता को क्राइम की तरह नहीं देखना चाहिए. यह लोगों का निजी मुद्दा है.
4. क्या गाय का मांस खाए बिना नहीं रहा जा सकता है? हमें लोगों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए.
5. संघ के पास बीजेपी का रिमोट कंट्रोल नहीं. हमें बीजेपी से कोई शिकायत नहीं.
6. JNU के राष्ट्र विरोधी नारों को पटियाला हाउस कोर्ट में गुंडागर्दी से तुलना करना गलत है.
7. हम ये नहीं कहते कि 'भारत माता कि जय' आप कहें, लेकिन अगर कोई ये कहता है कि वह नहीं कहेगा तब वह देश विरोधी है.
8. संघ ने देश को दो प्रधानमंत्री दिए, जो लोगों की बात सुनते हैं.
9. हम संघ में महिलाओं को अहम भूमिकाएं देने के खिलाफ नहीं.
10. जब तक समाज में असमानता है तब तक आरक्षण खत्म नहीं होना चाहिए.