Advertisement

मोदी का ड्रेस सेंस शानदार, योगी को पहनना चाहिए सफेद रंग का कपड़ाः नईम

फैशन डिजाइनर नईम खान ने सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भगवा रंग के बजाए सफेद रंग का कपड़ा पहनना चाहिए. सफेद रंग में वह खुद को अधिक न्यूट्रल दिखा सकेंगे.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में डिजाइनर नईम खान और सब्यसाची मुखर्जी इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में डिजाइनर नईम खान और सब्यसाची मुखर्जी
aajtak.in
  • नई दिल्ली/मुंबई,
  • 09 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 7:54 PM IST

देश के 2 बड़े फैशन डिजाइनरों सब्यसाची मुखर्जी और नईम खान का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रेस सेंस बेहद शानदार है, वह फ्रेंच जैसे लगते हैं, जबकि योगी आदित्यनाथ को भगवा की जगह सफेद कपड़ा पहनना चाहिए.

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2018 के अहम सत्र फ्रंट रो-रीइनवेंटिंग दि क्लासिक विषय पर फैशन डिजाइनर नईम खान ने सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भगवा रंग के बजाए सफेद रंग का कपड़ा पहनना चाहिए. सफेद रंग में वह खुद को अधिक न्यूट्रल दिखा सकेंगे.

Advertisement

हालांकि झांसी की रानी के लिए नईम ने कहा कि साड़ी उनके लिए बेहतर ड्रेस होगी. अलाउद्दीन खिलजी की ड्रेस के लिए सब्यसाची ने कहा कि ऑर्गेनिक ड्रेस उन्हें अधिक सूट करेगी.

दूसरी ओर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने कहा कि उनकी ड्रेसिंग सेंस बहुत मैच्योर है. कॉटन कुर्ता और जैकेट बेहतरीन लगता है. उन्हें उम्मीद है कि उनकी ड्रेस कहीं विदेश में डिजाइन होती है.

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रेस सेंस पर सब्यसाची और नईम दोनों से तारीफ की और उन्हें किसी भी तरह का सुझाव देने से इनकार कर दिया. सब्यसाची ने कहा कि वह प्रधानमंत्री के ड्रेस को लेकर कोई सुझाव नहीं दे सकते. हालांकि उनकी पर्सनालिटी के साथ फ्रेंच अधिक अच्छा लगेगा. सब्यसाची ने कहा कि कोलकाता में नमो नाम से एक बंडी जैकेट का ब्रांड है, लेकिन प्रधानमंत्री काफी कुछ फ्रेंच की तरह लगते हैं. वहीं नईम ने कहा कि पीएम मोदी का ड्रेस सेंस बहुत शानदार है.

Advertisement

सब्यसाची ने कहा कि उनके अनुसार दर्शकदीर्घा में बैठी महिलाओं में सबसे बढ़िया पहनावा मीरा सान्याल का है. उन्होंने कहा कि रेखा जी की तुलना में कोई और इतना स्टाइलिश नहीं है.

पारंपरिक पहनावे को लेकर सब्यसाची ने कहा कि यह हमारी जिम्मेदारी है कि अपनी परंपराओं को बचाए रखें, और यह पीढ़ी के स्तर पर इसका गैप नहीं होना चाहिए.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement