
भारत ने पाकिस्तान को पत्र लिखकर मुंबई हमलों की जांच तेज करने को कहा है. भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर ने गुरुवार को कहा कि 2008 में हुए मुंबई हमलों के मामलों में पाकिस्तान को तेजी लानी चाहिए. जयशंकर ने 6 सितंबर को पाकिस्तान के विदेश सचिव को पत्र लिखा है और यह पत्र 9 सितंबर को उनको हैंडओवर किया गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि भारत में पाकिस्तान को मुंबई हमलों के मामले में तेजी लाने के कई उपाय सुझाए हैं. भारत के विदेश विभाग के प्रवक्ता विकास स्वरूप का कहना है अगर पाकिस्तान मुंबई हमलों में साजिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना चाहता है, तो उन्हें भारत के सुझावों पर अमल करना चाहिए. विकास स्वरूप का कहना है कि यह बात सामने आ चुकी है कि मुंबई हमले के दोषी लोग पाकिस्तानी हैं और पाकिस्तान में ही पूरी साजिश रची गई. यह बात भी सामने आ चुकी है कि मुंबई हमले के साजिशकर्ता पाकिस्तान में ही हैं.
आठ साल बाद भी जांच में प्रगति नहीं
पत्र में यह कहा गया है इस हमले को 8 साल होने को हैं, लेकिन जांच में कोई प्रगति नहीं हुई है. ऐसे में जांच में तेजी लाने के लिए जरूरी है कि कानूनी तौर पर सहयोग करने से जांच में, सुनवाई में प्रगति हो सकती है. स्वरूप ने कहा, 'यह जांच बहुत धीमी गति से चल रही है. भारत चाहता है कि इस पूरे मामले का निष्कर्ष जल्दी से सामने आए, क्योंकि भारत की कोशिश हमेशा से आतंकवाद पर अंकुश लगाने की है. पाकिस्तान हमलों को लेकर साजिशकर्ताओं के खिलाफ मामले को आगे बढ़ाने में हो रही देरी के बाद भारत ने यह कदम उठाया है.'
प्रवक्ता ने आगे कहा, 'हम इसके लिए तैयार हैं कि यह उचित कानूनी माध्यमों के जरिए कैसे किया जा सकता है. अब पाकिस्तान को भारत के विदेश सचिव के इस पत्र का जवाब देना है. इस पेशकश का जवाब देना है, जिसका भारत को इंतजार हैं.'