
मुंबई हमलों को लेकर पाकिस्तान का ढीला रवैया एक बार फिर सामने आ गया है. इस बार पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने मामले की सुनवाई में देरी के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है. पाकिस्तान ने बयान दिया है कि सुनवाई पूरी करने के लिए हमें और सबूत चाहिए थे लेकिन भारत की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारे विदेश सचिव ने भारत के विदेश सचिव को इस संबंध में एक चिट्ठी भी लिखी. जिसमें उनसे मुंबई हमलों से जुड़े और सबूत साझा करने के लिए कहा गया था. ताकि मामले की सुनवाई को आगे बढ़ाया जा सके. लेकिन भारत की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है.
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान यह बात कही. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि भारतीय विदेश सचिव को कब चिट्ठी लिखी गई. पाकिस्तान में बीते 6 साल से मुंबई हमलों को लेकर केस चल रहा है. भारत कई बार पाकिस्तान पर मामले के जल्द निपटारे का दबाव बना चुका है.
बता दें कि पाकिस्तान में मुंबई हमलों को लेकर चल रही सुनवाई में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर जकी-उर रहमान लखवी और छह अन्य को आरोपी बनाया गया है. पाकिस्तान ने लखवी सहित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े 7 आतंकियों को 2008 में हुए मुंबई हमलों के लिए गिरफ्तार किया था. हमले में 166 लोग मारे गए थे.
मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड लखवी, अब्दुल वाजिद, मजहर इकबाल, हमद अमीन सादिक, शाहिद जमील रियाज, जमिल अहमद और युनिस अंजुम मामले में आरोपी हैं. इन पर हत्या की कोशिश, मुंबई हमलों की प्लानिंग और उसे अंजाम देने का आरोप है. बीते साल लखवी को बेल मिल गई थी जिसके बाद से वह किसी अनजान जगह पर रह रहा है, वहीं बाकी छह आरोपी रावलपिंडी की अदियाला जेल में हैं.
उज्ज्वल निकम ने पाकिस्तान पर लगाए आरोप
दूसरी तरफ सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने कहा है कि पाकिस्तान को खुद इस मामले में सबूत ढूंढने की जरूरत है. निकम ने पूछा कि पाकिस्तान डेविड हेडली को सबूत क्यों नहीं मान रहा है? उन्होंने PAK के बयान को बेतुका बताया और कहा कि साफ पता लगता है कि हमला करने वालों को बचाए जाने की कोशिश की जा रही है.