
देशद्रोह के मामले में जेल जा चुके जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार एक किताब लिखने जा रहे हैं. इस किताब में कन्हैया बिहार के एक गांव से लेकर जेल में जाने तक के अपने सफर के बारे में लिखेंगे.
'बिहार टू तिहाड़' होगा नाम
कन्हैया ने ये बात अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ खास बातचीत में बताई है. उन्होंने बताया कि इस किताब का नाम 'बिहार टू तिहाड़' होगा. कन्हैया ने ये भी बताया कि उन्होंने किताब के लिए एक पब्लिशर के साथ कॉन्ट्रैक्ट भी किया है और ये हिन्दी और अग्रेंजी में छपेगी. कन्हैया ने कहा, 'मैं अगला सेमेस्टर शुरू होने से पहले इस किताब को पूरा कर लूंगा.'
अपने ऊपर हुए अत्याचार की कहानी लिखेंगे कन्हैया
अफ्रीकन स्टडीज में पीएचडी कर रहे कन्हैया ने कहा कि किताब का सब्जेक्ट दमनकारी समाज पर होगा. उनके मुताबिक इस किताब में उनके संघर्ष से जुड़ी बाते होंगी लेकिन इसमें समाज से जुड़े तथ्य भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा, 'इस कहानी में होगा कि किस तरह शोषणकारी समाज में एक लड़का संघर्ष करके जेएनयू पढ़ने आता है और किस तरह कुछ लोग उसे निशाना बनाते हैं. इसके साथ ही मैं समाज के कुछ तथ्यों पर भी रोशनी डालना चाहूंगा.'
कॉन्ट्रैक्ट के साइनिंग अमाउंट के बारे में पूछे जाने पर कन्हैया ने बताया कि किताब के लिए उन्हें कोई रकम नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा, 'एक छात्र को कौन पैसे देता है?'
जेएनयू की जांच कमेटी ने की कार्रवाई
9 फरवरी को संसद हमलों के दोषी अफजल गुरू की फांसी के विरोध में जेएनयू में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस दौरान देश विरोधी नारे लगाए गए थे और कन्हैया को देशद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था. जेएनयू की हाई लेवल जांच कमेटी ने कन्हैया समेत कई छात्रों को मामले में दोषी पाते हुए कार्रवाई की है.