
प्रो-कन्नड़ संस्थाओं ने 25 जनवरी को राज्यव्यापी कर्नाटक बंद का आह्वान किया है. उनकी मांग है कि पीएम नरेंद्र मोदी महानदी जल बंटवारे के मुद्दे पर में हस्तक्षेप करें. इस बंद के चलते आम जन- जीवन पर असर पड़ने के आसार हैं. इस बंद को कर्नाटक राज्य सरकारी कर्मचारी संघ का समर्थन हासिल है. इस संगठन से राज्यभर से 6 लाख कर्मचारी जुड़े हुए हैं.
बता दें कि महादायी विवाद पर केंद्र सरकार की कथित बेरुखी से नाराज होकर लोगों ने गुरुवार को कर्नाटक बंद का आह्वान किया है. वहीं बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज वहां जाने वाले हैं फिर इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वहां जाएंगे. 10 फरवरी को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी वहां का दौरा करेंगे.
स्कूलों और कॉलेजों की छुट्टी
राज्य के अधिकांश हिस्सों में स्कूलों और कॉलेजों ने छुट्टी की घोषणा भी की, कुछ मामलों में कई परीक्षाओं को रिशेड्यूल भी किया गया है. साथ ही सरकारी कर्मचारियों की एसोसिएशन ने बंद का समर्थन किया है. वहीं आईटी कंपनी विप्रो ने कर्नाटक में आज छुट्टी की घोषणा की है. बेंगलुरु में प्राइवेट स्कूल बंद रखे गए हैं. कर्नाटक बंद के मद्देनजर यहां 15 हजार पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.
यात्री फंसे
शहर में सरकारी बसें नहीं चल रही है. इसके चलते शहर के बाहर मुख्य बस टर्मिनल पर लोग फंस गए हैं. इसी तरह की रिपोर्ट मैसूर, गदग, धारवाड़ और हसन से भी आई. बता दें कि शहर में रिक्शा और कैब चल रहे हैं. पर उनकी संख्या हुत कम है. इसी के चलते लोगों को परेशानी का समाना करना पड़ रहा. कैब और ऑटोरिक्शा ड्राइवरों ने कहा कि ग्राहकों की संख्या कम है क्योंकि ज्यादातर कार्यालयों ने छुट्टी की घोषणा की है.
बता दें कि प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने एक बेंगलुरु के सांगोली रयना रेलवे स्टेशन पर रेल सेवाओं को बाधित करने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और उन्हें हिरासत में लिया.