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'एट होम' कार्यक्रम में ना आने वाले अधिकारियों पर भड़कीं किरण बेदी, 3 दिन में मांगी सफाई

बुधवार को उन्होंने एक लेटर जारी कर कहा कि जिस कार्यक्रम में आपको बुलाया गया था वह राज्य का कार्यक्रम था, लेकिन आपने इसमें शिरकत नहीं की. आपको इसका कारण बताना होगा, जो कि तीन दिनों के अंदर भेजना होगा.

अधिकारियों पर भड़की बेदी अधिकारियों पर भड़की बेदी
मोहित ग्रोवर
  • पुड्डुचेरी,
  • 16 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 1:30 PM IST

पुडुचेरी की राज्यपाल किरण बेदी और राज्य सरकार के बीच पिछले काफी समय से चल रहा तनाव खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मंगलवार को बेदी ने कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें मंत्रियों, विधायकों समेत कई अधिकारियों ने कार्यक्रम में शिरकत नहीं की. जिसपर बेदी भड़क गई.

 

बुधवार को उन्होंने एक लेटर जारी कर कहा कि जिस कार्यक्रम में आपको बुलाया गया था वह राज्य का कार्यक्रम था, लेकिन आपने इसमें शिरकत नहीं की. आपको इसका कारण बताना होगा, जो कि तीन दिनों के अंदर भेजना होगा. उन्होंने लिखा कि इसमें कोई ऐसी सफाई नहीं दे सकते हैं जिससे मैं संतुष्ट हो. इस खत में लिखा है कि एट होम कार्यक्रम में भाग लेना ना सिर्फ आपकी ड्यूटी का हिस्सा है बल्कि अपने साथियों के साथ मेल-जोल बढ़ाने का भी एक मौका है. मुझे उम्मीद है कि आगे से इस प्रकार की गलती नहीं होगी.

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किरण बेदी ने अपने संदेश में लिखा है कि न्यू इंडिया तब तक न्यू इंडिया नहीं बन सकता है जब तक राज्य के सभी अधिकारी एक साथ काम ना करें, वो भी ऐसे कार्यक्रम में हिस्सा ना लेना जिसे पूरा देश एक साथ है. उन्होंने कहा कि हम लोग उनके अधिकारियों के नाम देख रहे हैं जो कि कार्यक्रम में नहीं आए थे. किरण बेदी ने कहा कि मैं उन लोगों के बारे में भी जानकारी ले रही हूं जो कार्यक्रम में लेट आए थे. किरण बेदी ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि जब वह दिल्ली पुलिस में थी तो वहां पर राष्ट्रपति कार्यक्रम में आते थे. तब मैं हमेशा समय पर पहुंचती थी.

बता दें कि पुडुचेरी एक केंद्र शासित प्रदेश है. 2016 में वहां विधानसभा चुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस-डीएमके गठबंधन ने 30 सदस्यीय विधानसभा में 17 सीटें जीत कर बहुमत हासिल किया था. सी नारायणसामी को सीएम बनाया गया था. वहीं मई महीने में ही पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने 23वीं उपराज्यपाल के तौर पर पर कार्यभार संभाला था. तभी से ही राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच तनाव है.

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