
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम तेज कर दी है. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष एकता को लामबंद करके लालू प्रसाद यादव एक तीर से दो निशाना साध रहे हैं. राष्ट्रपति चुनाव के बहाने विपक्ष को एक कर लालू एनडीए सरकार से इनकम टैक्स की कार्रवाई का बदला भी चुकाना चाहते हैं.
इसी सिलसिले में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बीएसपी अध्यक्ष मायावती से फोन पर बात की और राष्ट्रपति चुनाव में मायावती से मदद की मांग की. सूत्रों की मानें तो मायावती को बिहार से राज्यसभा भेजने का आश्वासन भी दिया. मायावती का राज्यसभा का कार्यकाल 2018 में समाप्त हो रहा है और उत्तरप्रदेश में उनकी पार्टी की जो स्थिति है उससे उनका दोबारा राज्यसभा में जाना संभव नहीं है.
सूत्रों के मुताबिक लालू प्रसाद यादव ने मायावती को 27 अगस्त को पटना में होने वाली रैली में भी आमंत्रित किया है. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही लालू यादव का आमंत्रण स्वीकार कर चुकी हैं.
लालू प्रसाद यादव राष्ट्रपति चुनाव के बहाने महागठबंधन की तैयारी में जुट गए हैं. आईटी रेड के बाद लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वे इसी बहाने गैर बीजेपी दलों को एकजुट करना चाह रहे हैं ताकि देश के स्तर पर बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बने. माना जा रहा है कि इसी अभियान के तहत वो मायावती के लिए अगले साल राज्यसभा की सीट दिलाने में सहयोग कर सकते हैं.