
राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद और योग गुरु बाबा रामदेव के बीच बुधवार को भरत मिलाप हो गया, लेकिन कुछ समय पहले तक दोनों एक-दूसरे के खिलाफ आग उगलने वाले बयान देते रहे थे. लालू ने जब कहा था कि हिंदू भी गोमांस खाते हें तो बाबा ने उन्हें कंश का वशंज तक करार दे दिया था. लालू तो रामदेव को घेरने का कोई मौका ही नहीं चूकते थे. पढ़ें रामदेव के खिलाफ लालू के 5 बड़े बयान.
योगी नहीं, भोगी हैं रामदेव
अक्टूबर, 2015 में बाबा ने जब लालू को कंश का वंशज कहा था तो इसके जवाब में लालू ने कहा था, 'रामदेव साधु नहीं स्वाधू (भोगी) है. वह महाराज नहीं, दवा बेचने वाला है.'
महाराज नहीं, दवा बेचनेवाला
पिछले साल अक्टूबर में ही लालू ने कहा था, 'वह महाराज (रामदेव) नहीं, दवा बेचने वाला है. उन्होंने यह भी कहा था, 'बीच में ये भी खबर आई कि रामदेव की दवा में उन्माद है, सेक्स है.'
बीजेपी के एजेंट हैं रामदेव
अपनी रैली में लालू प्रसाद ने बाबा रामदेव को बीजेपी का एजेंट बताया था और कहा था कि वो बीजेपी के इशारे पर काम करते हैं. लालू ने तो यह भी कहा था कि रामदेव मोदी मोदी के राजनीतिक गुरु का रोल कर रहे हैं.
रामदेव का हाल भी आसाराम जैसा होगा
2014 में ने कहा था कि रामदेव का हाल भी आसाराम जैसा ही होगा. उन्होंने कहा था, 'रामदेव आसाराम के रास्ते पर चल रहे हैं. लोगों को असली संत और बहरुपिए के बीच फर्क करना आना चाहिए.'
पगला गए हैं रामदेव
रामदेव ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग में कहा था कि संसद के भीतर कुछ लोग अच्छे हैं लेकिन ज्यादातर लुटेरे और जाहिल बैठे हैं. इस पर लालू ने कहा था, 'रामदेव मेंटल केस हैं. बाबा रामदेव पगला गए हैं. जो भी इस प्रकार की बातें करता है वह पगलेट है.'