
आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान के 'संसद वीडियो' पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने गहरी चिंता जताई है. सोमवार को स्पीकर ने एक्शन लेते हुए मान के 3 अगस्त तक संसद आने पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही एक 9 सदस्यीय कमेटी के गठन का फैसला किया गया, जो मामले की जांच करेगी.
सुमित्रा महाजन ने सोमवार को लोकसभा में कहा, 'भगवंत मान का वीडियो संसद की सुरक्षा के लिए खतरा है. मैंने निर्णय किया है कि मामले में एक 9 सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाएगा, जो जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी. यह कमेटी वीडियो की समीक्षा करेगी और भविष्य में ऐसा दोबारा नहीं हो, इसको लेकर सुझाव देगी.' कमेटी में किरीट सोमैया के अलावा आनंद राव अडसूल , मीनाक्षी लेखी, भर्तहरि महताब, सतपाल सिंह, के सी वेणुगोपाल, पि वेणुगोपाल, छोटू नरसिम्हा, रचना देव भी है.
पहले ही दिन से कमेटी ने अपना काम भी शुरू कर दिया किरीट सोमैया ने शाम 5 बजे ही कमेटी की पहली बैठक बुला भी ली. कमेटी ने आज पूरे मामले के हर पहलू पर चर्चा करने के बाद कमेटी बाद सदस्यों ने ये तय किया 3 अगस्त तक हर दिन कमेटी की बैठक होगी.
आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने कमेटी के सामने अपने पक्ष के सभी सबूत के साथ अपना पक्ष रखने के लिए के 3 दिन का समय मांगा था कमेटी ने उन्हें 3 दिन का समय देते हुए 28 जुलाई शाम 3 बजे कमेटी के सामने पेश होने के लिए कहा है.
कल एक बार फिर कमेटी की बैठक 3 बजे है जिसमें कमेटी ने संसद के अंदर और बाहर के सुरक्षा अधिकारियों को बुलाया है कमेटी ने सुरक्षा अधिकारियों को उस दिन के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के साथ आने के लिए कहा है. सूत्रों की माने तो कमेटी सदस्य सुरक्षा अधिकारयों के साथ मिलकर उस दिन की फुटेज को खंगालेंगे.
भगवंत मान ने इस पूरे मामले पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन से माफ़ी मांगी थी और मान ने स्पीकर से कहा की वो सदन के अंदर भी सभी सदस्यों के सामने माफ़ी मांगने के लिए तैयार है. लेकिन स्पीकर ही नहीं बल्कि पूरा सदन भगवंत मान को माफ़ करने के लिये तैयार नहीं था.
जिस तरह से लोकसभा स्पीकर ने मान मुद्दे पर 9 सदस्यों की कमेटी बनाकर ये तय कर दिया कि भगवंत मान के खिलाफ कार्यवाई जरूर होगी और लगता है कि ये एक ऐसा ऐतिहासिक फैसला होगा जो जिसके बाद शायद कोई भी संसद सदस्य ऐसा काम गलती से भी नहीं करेगा.