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मनोज तिवारी का तंज, कहा- चुनाव आयोग के सामने बंध गई AAP की घिग्घी

मनोज तिवारी ने कहा, "आयोग की बैठक में उनके इंजीनियर एमएलए मशीन लेकर नहीं गए. विधानसभा में तो अपनी नकली मशीन उन्होंने अपने लोगों के बीच हैक कर ली. टैंपर करने का ड्रामा भी किया. ये सब ध्यान भटकाने का तरीका है."

मनोज तिवारी मनोज तिवारी
कपिल शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 12 मई 2017,
  • अपडेटेड 11:20 PM IST

ईवीएम हैक करने के दावों के बीच चुनाव आयोग ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, तो आम आदमी पार्टी ने हैकाथान कराने की मांग कर डाली. लेकिन अब दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने तंज कसा है कि आप के नेता चुनाव आयोग के दावों के सामने भीगी बिल्ली बन गए हैं, क्योंकि उनसे कुछ हैक हुआ ही नहीं. तिवारी के मुताबिक इधर-उधर की बात करके हमेशा मुद्दों से भटकाने की कोशिश करना उनकी आदत हो गई है.

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मनोज तिवारी ने कहा, "आयोग की बैठक में उनके इंजीनियर एमएलए मशीन लेकर नहीं गए. विधानसभा में तो अपनी नकली मशीन उन्होंने अपने लोगों के बीच हैक कर ली. टैंपर करने का ड्रामा भी किया. ये सब ध्यान भटकाने का तरीका है."

आइए जानते हैं कि ईवीएम के मुद्दे पर मनोज तिवारी ने आप को किन मुद्दों पर घेरा
- चुनाव आयोग के सामने आप की घिग्घी बंध गई, वहां हैक नहीं हुआ कुछ
- अब चुनाव आयोग ने भी चुनौती दी है, तो वहां भी करके देख लें
- इन्होंने विधान सभा में नाटक किया, विधायक हैकर बने, अब आयोग ने जो कहा है, वो भी करके देख लें
- दरअसल ये मुद्दे से ध्यान भटक रहे हैं, जिससे इनका भ्रष्टाचार सामने न आये
- मेरा फोटो भी वायरल किया कपिल मिश्रा के साथ, वो फोटो कुमार विश्वास के पिताजी के जन्मदिन का है, जिसमें तो सिसोदिया भी हैं
- ईवीएम के लिए हमने एलजी से शिकायत की है, गैरकानूनी काम किया है

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बीजेपी की मांग, केजरीवाल और उनके रिश्तेदार के बीच हुए लेनदेन की हो जांच
पीडब्ल्यूडी में हुए घपले में अरविंद केजरीवाल के साढू का नाम आने और फर्जी बिलों से भुगतान होने के मामले के बाद अब दिल्ली के मुख्यमंत्री पर विपक्ष का शिकंजा कसता जा रहा है. राजनीतिक तौर पर तो बयानबाजी और आरोप-प्रत्यारोप हो ही रहे हैं, अब कानूनी शिकंजा कसने की मांग भी होने लगी है. दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मांग कर दी है कि रेणु कंस्ट्रक्शन के मालिक और अरविंद केजरीवाल के रिश्तेदार सुरेंद्र बंसल के तमाम अकाउंट सीज किए जाने चाहिए और इस बात की जांच भी होना चाहिए कि उनके खातों से किस-किस को पैसा ट्रांसफर हुआ है. क्या अरविंद केजरीवाल को भी पैसा ट्रांसफर किया गया है या फिर उनके करीबियों को भी पैसा गया है.

मनोज तिवारी ने कहा है कि नालों के निर्माण में जिस तरह से फर्जी बिलों के जरिए करोड़ों का भुगतान हुआ है उसमें रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. ये मामला सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है, इसीलिए इसकी कड़ी जांच होनी चाहिए और पता चलना चाहिए कि इस घपले के तार कहां-कहां तक फैले हुए हैं.

तिवारी ने केजरीवाल के साथ ही मंत्री सत्येंद्र जैन को भी कटघरे में खड़ा किया और पूछा है कि पीडब्ल्यूडी में जो भ्रष्टाचार हुआ है, उसकी जांच जैन के मंत्री रहते कैसे हो सकती है. उनकी जानकारी के बगैर ऐसा हो रहा हो ऐसा लगता नहीं है. इसलिए तुरंत उन्हें उनके पद से हटा देना चाहिए और उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए.

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तिवारी के मुताबिक बीजेपी ने इस पूरे मामले की शिकायत एलजी अनिल बैजल से भी की है और उनसे जांच का दायरा बढ़ाने की मांग की है ताकि सरकार में बैठे कौन-कौन से लोग इस घोटाले में शामिल हैं इसका खुलासा हो सके.

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