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मजहब के आधार पर भेदभाव नहीं, देश में अल्पसंख्यक सुरक्षितः राजनाथ सिंह

रोमन कैथोलिक आर्कबिशप अनिल कूटो के द्वारा पादरियों को लिखे गए एक पत्र से विवाद खड़ा हुआ तो गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भारत में मजहब, जाति और पंथ के आधार पर कोई अंतर नहीं होता है. भारत में अल्पसंख्यक पूरी तरह से सुरक्षित हैं.

गृह मंत्री राजनाथ सिंह गृह मंत्री राजनाथ सिंह

रोमन कैथोलिक आर्कबिशप अनिल कूटो के द्वारा पादरियों को लिखे गए एक पत्र से विवाद खड़ा हुआ तो गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भारत में मजहब, जाति और पंथ के आधार पर कोई अंतर नहीं होता है. भारत में अल्पसंख्यक पूरी तरह से सुरक्षित हैं. हालांकि गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने आर्कबिशप के पत्र को देखा नहीं है.

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गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ऐसे समय में यह बयान दिया है जब रोमन कैथोलिक चर्च के पादरी ने वर्तमान राजनीतिक माहौल को लेकर के पत्र लिखकर कई तरीके के सवाल उठाए हैं. राजनाथ सिंह आज बीएसएफ के एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए विज्ञान भवन में गए थे. उस दौरान जब उनसे सवाल पूछा गया कि चर्च के पादरी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिट्ठी लिख रहे हैं तो गृह मंत्री ने कहा कि भारत देश में अल्पसंख्यक पूरी तरह से सुरक्षित हैं.

बता दें कि रोमन कैथोलिक के दिल्ली के आर्कबिशप अनिल कूटो द्वारा पादरियों को लिखे गए एक पत्र से विवाद खड़ा हो गया है. 8 मई को लिखे गए पत्र में उन्होंने वर्तमान राजनीतिक हालात को अशांत करार देते हुए अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए दुआ करने की अपील की है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि हम लोग अशांत राजनीतिक माहौल के गवाह हैं.

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उन्होंने लिखा कि इस समय देश का जो राजनीतिक माहौल है, उसने लोकतांत्रिक सिद्धांतों और देश की धर्मनिरपेक्ष पहचान के लिए खतरा पैदा कर दिया है. राजनेताओं के लिए प्रार्थना करना हमारी पवित्र परंपरा है. माना जा रहा है कि परोक्ष रूप से उन्होंने वर्ष 2019 में नरेंद्र मोदी सरकार नहीं बने. इसके लिए लोगों से दुआ करने की अपील की है. इस पत्र पर बीजेपी ने भी आपत्ति जताई है.

हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान

कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने सीजफायर उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा.  उन्होंने कहा, 'हमारा एक पड़ोसी है जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. वह समय- समय पर हमारे खिलाफ कार्रवाई करता है. लेकिन हमने अपनी पहली स्पीच में BSF को ये कहा था कि ये फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस नहीं ये फर्स्ट वॉल ऑफ डिफेंस है. हम अपने पड़ोसी के साथ हमेशा अच्छे रिश्ते बना कर रखते हैं. लेकिन हमारा एक पड़ोसी है जो अपनी हरकतों से बाज नही आ रहा है. उन्होंने कहा कि पहली गोली हमारी तरफ से नहीं चलनी चाहिए. लेकिन अगर वहां से गोली चलती है तो उसको हम पूछते नहीं हैं कि कितनी गोलियां चली हैं.'

साथ ही उन्होंने कहा, 'देश की एकता और अखंडता हमारे लिए सर्वोपरि है. इससे हम कभी समझौता नहीं कर सकते हैं. हमने अपने जवानों को पूरी छूट दे रखी है और मैं उनका धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने पाकिस्तान की तरफ से चलने वाली गोली का माकूल जवाब दिया है.'

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बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से पिछले कई दिनों से लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रिहायशी इलाकों में गोलियां चल रही हैं.

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