
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सोमवार को रोडवेज की एक बस के नहर में गिरने से 10 महिलाओं सहित 37 लोगों की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक उत्तर बंगाल राज्य परिवहन निगम की बस नदिया जिले में शिकारपुर से मालदा जा रही थी. बस पुल की रेलिंग तोड़कर घोगरा नहर में गिर गई. यह हादसा दौलताबाद थाना क्षेत्र अन्तर्गत बलीरघाट में सुबह छह बजे हुआ.
हादसे के बाद रेस्क्यू टीम का मौके पर ना पहुंचने स्थानीय लोग गुस्से से भर गए और गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन किया और पुलिस बल पर हमला कर दिया. उन्होंने पुलिस के एक वाहन में आग भी लगा दिया. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक हादसे का शिकार हुई बस को पांच क्रेनों की मदद से निकाला गया.
राज्य के परिवहन मंत्री सुवेंदु अधिकारी ने बताया कि पानी से बस को निकालने के बाद 33 शवों को निकाला गया. इससे पहले नहर में दो शव मिले थे. दो अन्य लोगों की अस्पताल में मौत हो गयी थी. बचाव अभियान में एनडीआरएफ ने राज्य आपदा प्रबंधन कर्मियों की मदद की. घटना के समय मौजूद लोगों ने बताया कि बचाव दल समय पर नहीं पहुंच पाया था. इस वजह से घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने ही रेस्क्यू ऑपरेशन जारी किया और 7 लोगों को बचा लिया गया.
अधिकारी ने बताया कि शाम तक 25 शवों की पहचान हो गई तथा तलाशी अभियान चलाया जा रहा था. दुर्घटना की वजह अब तक पता नहीं है. घटनास्थल पर पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि बस के ड्राइवर ने लापरवाही की होगी और कोहरा भी छाया हुआ था.
स्थानीय लोगों ने दावा किया कि बस में करीब 60 यात्री सवार थे. हालांकि, आधिकारिक रूप से यात्रियों की संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है. मुख्यमंत्री ने हादसे में मरने वालों के परिवार वालों को पांच लाख रूपये जबकि गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रूपये का मुआवजा देने की घोषणा की.
अन्य घायलों को 50 हजार रुपए दिए जाएंगे. राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने दुर्घटना में लोगों के मरने पर शोक प्रकट किया और शोकसंतप्त परिवारों से अपनी संवेदना प्रकट की.