
मुसलमान ‘बाइचांस इंडियन’ नहीं बल्कि ‘बाइच्वॉइस इंडियन’ हैं. जिन्हें वतन से प्यार था इसलिए वे विभाजन के बाद भी भारत में रुके. जमीयत उलेमा ए हिंद के ‘हुसूले इंसाफ सम्मेलन’ में जमीयत के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना सैयद महमूद मदनी ने सोमवार को भारतीय मुसलमानों के लिए ये बातें जोर देकर कहीं.
उन्होंने आगे कहा कि किसी भी धर्मगुरु और धार्मिक ग्रंथ का अपमान करने वालों के लिए उम्र कैद या फांसी की सजा का कानून बनाना चाहिए. इतना ही नहीं, गोहत्या के नाम पर मुसलमानों पर जुल्म बंद करने, यूपी विधानसभा चुनाव 2012 में मु्स्लिमों के लिए 18 फीसदी आरक्षण देने का वादा पूरा करने के साथ ही अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और जामिया मिलिया के अल्पसंख्यक दर्जे में कोई बदलाव नहीं करने से लेकर उन्होंने जेलों में बंद बेगुनाह मुस्लिम युवकों की रिहाई की मांग भी की.
इंसानियत है जुल्म के खिलाफ आवाज उठाना
जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना सैयद अरशद मदनी ने सम्मेलन में कहा कि आग से आग नहीं बुझाई जा सकती, बल्कि इसे पानी से बुझाया जाता है. इसलिए मुल्क को तबाही की ओर ले जाने वालों से बचाओ. अरशद मदनी ने हिंदू ,मुसलमान, सिख, ईसाई सभी से मिलकर रहने की अपील की. जमीयत उलेमा ए हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना उस्मान ने कहा कि इंसानियत का तकाजा है कि जो जुल्म करे, उसके खिलाफ आवाज बुलंद किया जाए.
हिंदू और ईसाई धर्मगुरु ने भी दिए संदेश
इस मौके पर हिंदू धर्मगुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मुल्क में साजिशें हो रही हैं. हम सबको मिलकर उन्हें विफल करना होगा. आचार्य ने कहा कि अखलाक को मारना न तो हिन्दुत्व हो सकता है और ना ही एके-47 लेकर निर्दोषों का खून बहाने वाले मुसलमान हो सकते हैं. ईसाई धर्मगुरु फादर मुनीश जॉनसन ने कहा कि हम सब को भाईचारे की लौ जला कर नफरत खत्म करनी होगी.