
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने एक बार फिर अमेरिका की सरजमीं से मोदी सरकार पर हमला किया है. प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के मंच से कही गई बातों पर बीजेपी और केंद्रीय मंत्रियों ने राहुल गांधी को आड़े हाथों लेने की कोशिश की है. राहुल की बयानबाजी पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी कहते हैं कि कांग्रेस पीपीटी बन गई है. पीपीटी बोले तो पॉलिटिकल पाखंड का टट्टू. पार्टी पॉलिटिकल पाखंड का टट्टू बनने वाली पार्टियां ऐसा ही करती हैं. ऐसी ही भाषा बोलती हैं. वे राहुल गांधी को यह बात समझने को कहते हैं कि सहनशीलता और टॉलरेंस भारत का DNA है. वे कहते हैं कि हिंदुस्तान की संस्कृति और संस्कार से अनभिज्ञ लोग ही ऐसी अज्ञानता भरी बातें करते हैं. उन्हें राहुल गांधी की अज्ञानता भरी बुद्धि पर तरस आने के अलावा कुछ नहीं आता.
वे कहते हैं कि आज देश मैं जिस तरीके से घोटालों का बंटाधार हुआ है. देश में 3 सालों में बेईमानी का बंटाधार हुआ है. वे कांग्रेस पार्टी को ही भ्रष्टाचार और घोटालों की विरासत का अगुआ कहते हैं. वे कहते हैं कि आज देश तेजी से तरक्की और विकास कर रहा है. यह चीज घोटाले करके गुरुघंटाल बनने वाले बेईमानी को रास नहीं आ रही.
नकवी कहते हैं कि राहुल गांधी और कांग्रेस का दर्द स्वाभाविक है. वे बेईमानी और भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे थे. बेईमान और भ्रष्टाचारी बेरोजगार हुए हैं. रोजगार के सवाल पर वे कहते हैं कि इस देश में अधिक से अधिक रोजगार पैदा हों. वे इसके लिए पूरी ताकत के साथ ईमानदारी से काम कर रहे हैं. वे आंकड़ों पर नहीं जा रहे. वे देश के इस माहौल के लिए कांग्रेस को ही जिम्मेदार ठहराते हैं. वे कहते हैं कि देश लुट रहा था पूरी तरीके से लूट लॉबी सक्रिय थी. ऐसे लोगों को कांग्रेस का संरक्षण था. उस लूट की लॉबी पर तालाबंदी हुई है. बेईमानों की नाकेबंदी हुई है. वे कहते हैं कि अगर आज देश तरक्की के रास्ते पर चल रहा है तो ऐसे लोगों को हताशा और निराशा स्वभाविक है. उन्हें हमेशा लगता है कि लूटपाट और बेईमानी उनका जन्मसिद्ध अधिकार है.
राहुल गांधी के पोलराइजेशन के बयान पर नकवी का कहना है कि वे उनकी बात से सहमत हैं. पोलराइजेशन की पॉलिटिक्स बिल्कुल जारी है. वे इसे विकास का पोलराइजेशन कहते है. देश की तरक्की के लिए पोलराइजेशन कहते हैं. एकता का पोलराइजेशन कहते हैं. वे कहते हैं कि यह पोलराइजेशन देश में जातिवाद और सांप्रदायिकता के खात्मे के लिए हो रहा है. ऐसा पोलराइजेशन देश के हित में है.