
इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक के खिलाफ गुरुवार को एनआईए ने मुंबई के एनआईए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया है चार्जशीट दाखिल करने के बाद आज तक से बातचीत में एनआईए के आईजी आलोक मित्तल ने कहा कि जाकिर नाईक को भारत लाने के लिए एनआईए के पास कई लीगल ऑप्शन खुले हुए हैं जिस पर एनआईए इस वक्त काम कर रही है.
यही नहीं NIA के आईजी ने कहा कि जाकिर नाईक के खिलाफ चार्जशीट फाइल करने के अलावा IRF(इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन) और हारमनी मीडिया के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया गया है. NIA के पास जाकिर के खिलाफ कई डॉक्यूमेंट्री, मौखिक और फॉरेंसिक एविडेंस मौजूद हैं. हमने ये भी जानकारी दिया है कि कई लोग जाकिर के वीडियो स्पीच से प्रभावित होकर ISIS में शामिल हुए हैं. जाकिर नाईक की बहन ने बताया है कि जाकिर नाईक ने मुझे केवल पेपर पर डायरेक्टर बना रखा था पर सारे काम जाकिर नाईक खुद करता था.
आपको बता दें कि एनआईए ने गुरुवार को विशेष अदालत में जो चार्जशीट दाखिल की है उसमें एनआईए ने यह जानकारी दी है कि जाकिर नाईक युवाओं को अपने भाषण के जरिए उकसाने और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए काम कर रहा था. जाकिर नाईक के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम यानी यूएपीए और भारतीय दंड संगीता की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक जाकिर नाईक अपने भाषणों के जरिए इस्लाम के नाम पर न केवल युवाओं को भड़का रहा था बल्कि उसके भाषण सुनने के बाद कई युवा ISIS में शामिल हो गए. बता दें कि 51 साल का जाकिर नाईक 2016 में भारत छोड़कर भाग गया और तब से मलेशिया सहित दूसरे देशों में इधर-उधर घूम रहा है. हालांकि एनआईए जाकिर नाईक पर पूरी नजर रखे हुए है और इंटरपोल को जाकिर नाईक के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का भी अनुरोध किया हुआ है.