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अब गिलानी की संपत्ति पर NIA की नजर, 150 करोड़ की प्रॉपर्टी हो सकती है जब्त

एनआईए की नजर अलगाववादी नेताओं के हवाला और बेनामी कारोबार पर है. इसमें कश्मीर में कई एजुकेशनल इंस्टिट्यूट, कृषि लैंड और कई फ्लैट शामिल हैं. इसके अलावा दिल्ली में भी कुछ फ्लैट्स पर नजर है.

NIA का अलगाववादियों पर शिकंजा NIA का अलगाववादियों पर शिकंजा
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 04 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 11:32 AM IST

NIA लगातार जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं पर लगातार शिकंजा कस रहा है. अब एनआईए की नजर अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की संपत्ति को अपने कब्जे में लेने की है. NIA ने गिलानी को 14 प्रॉपर्टी को शॉर्ट लिस्ट किया है, इसमें गिलानी के परिवार के सदस्यों की संपत्ति भी शामिल है. कहा जा रहा है कि इसमें गिलानी की 100 करोड़ से लगभग 150 करोड़ रुपए तक की संपत्ति जब्त हो सकती है.

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अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, एनआईए की नजर अलगाववादी नेताओं के हवाला और बेनामी कारोबार पर है. इसमें कश्मीर में कई एजुकेशनल इंस्टिट्यूट, कृषि लैंड और कई फ्लैट शामिल हैं. इसके अलावा दिल्ली में भी कुछ फ्लैट्स पर नजर है.

आज तक के खुलासे से शिकंजे में हैं नेता

आपको बता दें आज तक के खुलासे ऑपरेशन हुर्रियत के बाद एनआईए की ओर से अलगाववादियों पर शिकंजा कसता जा रहा है. रोजाना अलगाववादियों से जुड़ी कई जानकारियां सामने आ रही हैं. इससे पहले एनआईए सूत्रों से पता लगा था कि NIA की छापेमारी में अलगाववादी नेता अल्ताफ अहमद शाह फंटूस के घर से संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरू का एक खत बरामद हुआ है. अफजल गुरू ने ये खत अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी को किया था.

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अफजल गुरू ने इस खत के जरिए गिलानी का शुक्रिया अदा किया था, आपको बता दें कि गिलानी लगातार अफजल गुरू को दिल्ली की तिहाड़ जेल से जम्मू-कश्मीर की जेल में शिफ्ट करवाने की कोशिशें कर रहे थे. गिलानी ने उस समय इस मुद्दे पर प्रेस कांफ्रेंस भी की थी. NIA की छापेमारी में पत्थरबाजी और टेरर फंडिंग से जुड़े कई अहम सबूत मिले थे.

गौरतलब है कि ऑपरेशन हुर्रियत के खुलासे के बाद शिकंजे में आए अलगाववादी नेता नईम खान और बिट्टा कराटे के वॉइस सैंपल लिए गए हैं. इसके अलावा दोनों की लिखावट के सैंपल भी लिए गए हैं. यह सैंपल मंगलवार को लिए गए थे. ऑपरेशन हुर्रियत में हुर्रियत के कई नेताओं ने कबूल किया था कि उन्हें पाकिस्तान से फंड मिलता है ताकि घाटी में अशांति का माहौल बनाए रखा जा सके.

इसके अलावा हुर्रियत के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और उनके परिवार पर एनआईए का शिकंजा कसता जा रहा है. बुधवार को गिलानी का छोटा बेटा नसीम एनआईए के सामने पेश होना था. इससे पहले बड़े बेटे को भी पेश होना था, लेकिन वह तबीयत खराब होने के कारण पेश नहीं हो पाया था. टेरर फंडिंग पर 'आजतक' के स्टिंग ऑपरेशन के बाद एनआईए की जांच पड़ताल में गिलानी ही नहीं, उसके बेटे दामाद भी बुरी तरह घिर गए हैं.

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