
अहमदाबाद के हाथीजन इलाके में स्थित डीपीएस स्कूल में चलने वाले नित्यानंद आश्रम मामले में अब स्कूल की मान्यता सीबीएसई ने रद्द कर दी है. डीपीएस स्कूल ने सीबीएसई से मान्यता हासिल करने के लिए गुजरात सरकार की फर्जी एनओसी जमा कराई, इस बात का खुलासा शिक्षा विभाग के सचिव विनोद राव की जांच में हुआ है. अवैध तौर पर बने आश्रम में रहने वाले लोग अब धीरे-धीरे आश्रम खाली कर रहे हैं.
तीन महीने में आश्रम को खाली करने का आदेश
बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई के बाद जितने साधक और साध्वी हैं, वे सभी बेंगुलुरु के लिए रवाना हो रहे हैं. अहमदाबाद के आश्रम में बड़ी तादाद में साधक और साध्वी 28 बच्चों के साथ रहते हैं. डीपीएस स्कूल की मान्यता रद्द होने के बाद आश्रम को तीन महीने में खाली करने का आदेश दिया गया हैं. इसके बाद सोमवार सुबह आश्रम के गेट पर दो बसों को लगाया गया. इन बसों के जरिए आश्रम में रहने वाले लोग, कुछ बच्चें और उनके अभिभावक आश्रम से बस के जरिए रवाना हुए.
पुलिस ने की थी दो साधिकाओं की गिरफ्तारी
जानकारी के मुताबिक नित्यानंद की काली करतुत को लेकर पहले ही अहमदाबाद पुलिस ने नित्यानंद और उसके आश्रम की साधिकाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इसमें पुलिस ने दो साधिकाओं की गिरफ्तारी भी कर चुकी है. साथ ही कुछ ऐसे बच्चों को भी यहां से रेस्क्यू किया गया है जिन्हें आश्रम में बुरी तरह से पिटा गया था, और एक घर में छुपाया गया था.
इस मामले में जांच करने वाले डेप्टी एसपी के.टी.कामरिया का कहना है कि नित्यानंद के लापता होने के मामले को लेकर पुलिस की जांच जारी है. इसके लिए इस मामले में शामिल आठ साधक और साध्वी को अहमदाबाद न छोड़ने का पुलिस ने आदेश जारी किया हैं.
पुलिस कर रही छानबीन
पुलिस और साइबर क्राइम की टीम नित्यामंद के आईपी एड्रेस से उसकी जांच कर रही हैं. लेकिन अब तक पुलिस को नित्यानंद का सही एड्रेस नहीं मिल पाया हैं. पुलिस को जांच में ये भी पता चला है की नित्यानंद नेपाल के रास्ते किसी अन्य देश में चला गया हैं फिलहाल पुलिस बरामद हुए 46 मोबाइल फोन, लेपटोप और आईपेड से नित्यानंद की जांच कर रही हैं.