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विपक्ष को बड़ा झटका, अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही बीजेडी ने किया वॉकआउट

संसद में बहस शुरू होते ही नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) ने सदन से वॉकआउट कर गई है. इस तरह से बीजेडी ने वोटिंग और चर्चा दोनो से अपने आपको बाहर रखा है. मौजूदा समय में लोकसभा में बीजेडी के 19 सांसद हैं.

अविश्वास प्रस्ताव से पहले बीजेडी सांसदों ने किया वॉकआउट (फाइल फोटो) अविश्वास प्रस्ताव से पहले बीजेडी सांसदों ने किया वॉकआउट (फाइल फोटो)
कुबूल अहमद/अशोक सिंघल
  • नई दिल्ली,
  • 20 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 2:22 PM IST

मोदी सरकार को अपने सवा चार साल के कार्यकाल में पहली बार अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ रहा है. टीडीपी द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ लाए अविश्वास प्रस्ताव पर आज चर्चा और वोटिंग होगी. संसद में बहस शुरू होने से पहले ही नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) ने सदन से वॉकआउट कर गई. इस तरह से बीजेडी ने वोटिंग और चर्चा दोनों से अपने आपको बाहर रखा है. मौजूदा समय में लोकसभा में बीजेडी के 19 सांसद हैं.

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इसे मोदी सरकार के लिए राहत मानी जानी चाहिए. जबकि वहीं, विपक्ष के बड़ा झटका माना जा रहा है.

लोकसभा से वॉकआउट करने पर बीजेडी सांसद तथागत सत्पथी का कहना है, 'हम इस डिबेट में भाग नहीं लेना चाहते हैं. हम अविश्वास प्रस्ताव में शामिल नहीं होना चाहते हैं. क्योंकि एनडीए और यूपीए दोनों ने ही ओडिशा की जनता के साथ धोखा किया है. उनको बर्बाद किया है. हम किसी के साथ नहीं हैं. हम ओडिशा की जनता के साथ हैं. हमारे लिए ओडिशा की जनता के मुद्दे हैं. हम किसी का साथ नहीं देना चाहते हैं. ना एनडीए का साथ देना चाहते हैं ना यूपीए का साथ देना चाहते हैं.'

वॉकआउट आउट से बीजेपी के फायदे पर तथागत सत्पथी का कहना है, 'हमने किसी के फायदे के लिए वॉकआउट नहीं किया हैं. हम यूपीए और एनडीए दोनों के ही खिलाफ हैं. हमारा मकसद हिंदुओं को फायदा पहुंचाना नहीं है. हमारा मकसद ओडिशा की जनता का फायदा सोचना है. तथागत सत्पथी का कहना है कि हमारी दुशमन यूपीए और एनडीए दोनों ही दल हैं. इसलिए दोनों में से किसी के साथ जाने का मतलब नहीं बनता है. इसलिए हम लोग सदन से बाहर चले गए हैं. अपना मतदान नहीं करेंगे.'

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बता दें कि 545 सदस्यों वाली लोकसभा में दो सदस्य मनोनीत होते हैं. इस तरह से 543 सदस्य पर ही निर्वाचित होकर आते हैं. मौजूदा समय में 11 सीटें खाली हैं ऐसे में सांसदों की मौजूदा संख्या 532 है. इस लिहाज बीजेपी को बहुमत हासिल करने के लिए महज 267 सांसद चाहिए.

लोकसभा अध्यक्ष को हटाकर बीजेपी के पास अभी 272 सदस्य हैं. जबकि एनडीए 313 सदस्य हैं लेकिन शिवसेना ने सदन से बाहर रहने का फैसला किया है. इस तरह से 295 सदस्य बचते हैं. वहीं, मोदी सरकार के विरोध में 147 सांसद हैं.

मोदी सरकार के पक्ष में

बीजेपी- 272 सांसद

एलजेपी- 6 सांसद

अकाली दल- 4 सांसद

आरएलएसपी- 3 सांसद

जेडीयू- 2 सांसद

अपना दल- 2 सांसद

अन्य दल- 6 सांसद

शिवसेना के18 सांसद है. अविश्वास प्रस्ताव पर सदन में वोटिंग के दौरान शिवसेना ने सदन से बाहर रहने का फैसला किया है. एनडीए के इन सभी दलों के सांसद को मिला लेते हैं तो आंकड़ा 313 का बैठता है

मोदी सरकार के विपक्ष में ये दल

कांग्रेस- 48 सांसद

टीएसपी- 34 सांसद

टीडीपी- 16 सांसद

टीआरएस- 11 सांसद

एनसीपी-  7 सांसद

सपा- 7 सांसद

आरजेडी- 4 सांसद

आम आदमी पार्टी- 4 सांसद

अन्य दल - 16 सांसद

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विपक्ष के इन सभी दलों के सांसदों का आंकड़ा 147 पहुंचता है. 

एआईएडीएमके- 37 सांसद वोटिंग के दौरान सदन से बाहर रहने का फैसला.

शिवसेना-18 सांसद वोटिंग के दौरान सदन से बाहर रहने का फैसला.

बीजेडी-19 सांसद ने सदन से बाहर रहेगी

अन्य दल- 16 सांसद

इन सभी दलों के सांसदों का आंकड़ा 90 पहुंचता है.

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