
नोटबंदी के मुद्दे पर बुधवार को समूचा विपक्ष एकजुट दिखा, संसद परिसर में मौजूद गांधी मूर्ति के पास के पास विपक्ष के करीब 200 सांसदों ने प्रदर्शन किया. विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार के फैसले से आम जनता परेशान है. लोगों को बैंक और एटीएम से पैसा नहीं मिल रहा है. विपक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सदन के अंदर विपक्ष की बात को सुनना चाहिए और अपनी बात भी सदन में रखनी चाहिए, लेकिन पीएम सदन में आने की बजाय अपनी बात बाहर ही रखते है.
समूचे विपक्ष ने गांधी परिसर के पास नारेबाजी के साथ ही मानव शृंखला बनाई, साथ ही दोनों सदनों में भी विपक्षी सांसदों का हंगामा लगातार जारी रहा. विपक्ष ने वेल में आकर हंगामा करते हुए नोटबंदी के खिलाफ नारेबाजी की. कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जब तक आम आदमी को परेशानी होती रहेगी, हम लोग अपनी आवाज उठाते रहेंगे.
गांधी मूर्ति के पास प्रदर्शन में राहुल गांधी समेत विपक्ष के बड़े नेता शामिल हुए, प्रदर्शन में मायावती, मुलायम सिंह और ममता बनर्जी शामिल नहीं हुए हालांकि इनकी पार्टियों के सांसद वहां मौजूद रहे.
वहीं जवाब में सरकार ने कहा है कि हम लोग नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा को तैयार है, वहीं जनता इस मुद्दे पर सरकार के साथ है, जो लोग हल्ला कर रहे है उन्हें किस बात की परेशानी. वित्त राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल का कहना है कि नोटबंदी को लेकर आम जनता सरकार के साथ है, विपक्ष को सदन में चर्चा करनी चाहिए. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि उपचुनाव के नतीजे से पता चल गया है कि जनता किस के साथ है.