
बीफ पर राजनीति थमती नजर आ रही थी लेकिन एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुद्दे को एक बार फिर हवा दे दी है. सांसद और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में एक सभा के दौरान लोगों से कहा कि अगर वे बीफ खाना चाहते हैं तो उनकी पार्टी को जीत दिलाएं.
ग्रेटर हैदराबाद निकाय चुनावों के लिए रैली के दौरान ओवैसी ने कहा, ‘अगर चुनावों में एमआईएम हार गई तो मैं आपसे कह रहा हूं अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को बीफ खाना छोड़ना होगा .’ उन्होंने महाराष्ट्र में बीफ बैन के लिए बीजेपी-शिवसेना सरकार पर हमला बोला और गरीब मुसलमानों और दलितों को निशाना बनाने का आरोप लगाया. ओवैसी ने कहा, ‘उन्होंने महाराष्ट्र में बीफ पर बैन लगा दिया. लेकिन जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से भारत के बीफ एक्सपोर्ट में बढ़ोत्तरी हुई है. अगर मेरे सूत्र सही हैं तो बीफ एक्सपोर्ट 17 प्रतिशत बढ़ा है. इस बारे में मोदी क्या कर रहे हैं. मुंबई में क्या हुआ. महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार ने बैल को भी नहीं काटने का कानून ला दिया. वहां आप बैल को भी नहीं काट सकते. बीमार हो तो भी काट नहीं सकते.'
ओवैसी ने अपने भाषण में कहा, 'याद रखिए कि अख्तियार किसी और के पास गया तो बोलेंगे कि हमारी आस्था का मामला है. इन बातों को लेकर गरीबों के पेट पर लात मारना, जो लोग वर्षों से कारोबार कर रहे हें उनको कारोबार से महरूम करना जैसा मुंबई में किया गया, महाराष्ट्र में किया गया वैसा ही यहां किया जाएगा.’ ओवैसी बीफ बैन के मुद्दे को लगातार अपनी रैलियों में उठा रहे हैं. इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोगों के संबोधित करने के लहजे का भी माजक उड़ाते हैं. वे अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहते हैं, ‘मित्रों हैदराबाद में काम नहीं सकता. हैदराबाद में बीफ काम करेगा.’