Advertisement

रक्षा मंत्री पर्रिकर बोले- दुश्मन को देंगे उसी की भाषा में जवाब, कराएंगे उसे भी दर्द का अहसास

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने इशारों ही इशारों में पाकिस्तान को चेता दिया. उन्होंने कहा कि दुश्मन को उसी की भाषा समझ आती है. इसलिए यदि वह आपको नुकसान पहुंचाता है तो उसे उसी की भाषा में जवाब देना चाहिए.

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर
विकास वशिष्ठ
  • नई दिल्ली,
  • 11 जनवरी 2016,
  • अपडेटेड 8:13 PM IST

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने किसी मुल्क का नाम लिए बिना दुश्मनों को चेतावनी दे दी है. पर्रिकर ने सोमवार को आर्मी डे सेलिब्रेशन में कहा, 'यदि कोई आपको नुकसान पहुंचाता है, वह भी वही भाषा समझता है. उसे अपने किए का पता तब तक नहीं चलता, जब तक आप उसे उसी दर्द का अहसास नहीं दिलाते.'

...ताकि सनद रहे
पर्रिकर ने कहा कि 'यह मेरी निजी राय है. इसे सरकार का विचार नहीं मानना चाहिए. मैं हमेशा से मानता रहा हूं कि अगर कोई देश को नुकसान पहुंचाता है तो उस व्यक्ति या संगठन को भी इसका दर्द महसूस कराना ही चाहिए. यह अहसास कैसे, कब और कहां कराना है, इसके लिए जगह हम ही तय करेंगे. अगर उसे आपको दर्द देने का अहसास नहीं कराया गया तो वो यह बार-बार करता रहेगा.'

Advertisement

शहीदों को नमन
पर्रिकर ने पठानकोट के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि 'शहादत की हमेशा इज्जत होती है. लेकिन देश की जरूरत है कि दुश्मनों को खत्म किया जाए. मुझे अपने 7 शहीद जवानों पर गर्व है, लेकिन ये दर्द भी है कि मेरे सैनिक शहीद क्यों हुए? वे बहादुरी से लड़े. एयरफोर्स और आर्मी ने देश का मान बढ़ाया है.'

मतलब भी समझाया
जब पर्रिकर से इस बयान का मतलब समझाने को कहा गया तो उन्होंने कहा, 'इतिहास बताता है कि जो लोग आपको तोड़ते हैं, अगर उन्हें यही नहीं पता चलेगा कि आपको कितना दर्द होता है तो वे नहीं बदलते.' पठानकोट के एयरफोर्स बेस पर हुए आतंकी हमले में भारतीय सुरक्षा बलों के सात जवान शहीद हो गए थे. भारत इसके सबूत दे चुका है कि हमले में पाकिस्तान का हाथ है.

Advertisement
पाकिस्तान में गिरफ्तारियां शुरू
पाकिस्तान ने दोहरे दबाव के बाद संदिग्धों की धरपकड़ शुरू कर दी है. पाकिस्तान में छापेमारी कर कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. उनसे उन्हीं फोन नंबरों के आधार पर पूछताछ की जा रही है, जो भारत ने सौंपे थे.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement